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अस्पताल में मरीजों को मिल रहा खराब खाना

मरीजों को नहीं मिल रहा डाइट चार्ट अनुसार नाश्ता व खानामरीज बोले, दाल पतली, सब्जी स्वादहीनस्टाफ की कमी के बीच देरी से पहुंचता है खाना

गुनाJun 25, 2019 / 02:11 pm

Narendra Kushwah

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अस्पताल में मरीजों को मिल रहा खराब खाना

गुना. जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को शासन द्वारा निर्धारित डाइट चार्ट अनुसार न तो नाश्ता दिया जा रहा है और न ही भोजन। यही नहीं मरीजों को जो भोजन दिया जा रहा है उसकी गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। मरीजों का कहना है कि दाल बहुत पतली रहती है तो हरी सब्जी स्वादहीन। मिलने वाली सामग्री भी कम मात्रा दी जा रही है, जिससे एक व्यक्ति का पेट भी नहीं भरता। वही मेटरनिटी विंग में प्रसूताओं को नियमित डाइट चार्ट के अलावा दिए जाने वाली सामग्री गुड़, मेवा, लड्डू कम मात्रा में दिया जा रहा है। वहीं मरीजों ने पपीता न मिलने की बात कही।

4 कर्मचारियों के भरोसे सैकड़ों मरीज
जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डों में भर्ती सैकड़ों मरीजों को नाश्ता व भोजन वितरण कार्य मात्र 4 कर्मचारियों पर है। इसलिए मरीजों को समय पर भोजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यही नहीं जिला अस्पताल में मेडीकल वार्ड डीईआईसी भवन के फस्र्ट फ्लोर पर होने की वजह से मरीजों को भोजन लेने में परेशानी आती है। कई बार आवाज न सुन पाने के कारण कई मरीज भोजन लेने से भी वंचित रह जाते हैं।

थाली नहीं तो खाना नहीं
शासन के नियमानुसार भर्ती मरीजों को खाना थाली में ही दिया जाए। लेकिन अस्पताल में थाली की कमी व उन्हें धोने की समस्या के चलते कई मरीजों को भोजन से वंचित होना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि कई वार्ड में हाथ धोने तक की व्यवस्था नहीं है। केवल नल टॉयलेट में ही लगे हैं वहां गंदगी जाता रहती है इसलिए बर्तन नहीं धोते हैं। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या थाली को धोने की है।
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घरेलू सिलेंडर से पक रहा भोजन
जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिए जाने वाला भोजन घरेलू सिलेंडर से पकाया जा रहा है जबकि शासन के नियमानुसार यह कार्य व्यवसायिक सिलेंडर से किया जाना चाहिए। पत्रिका ने जब रसोई में जाकर देखा तो वहां लाल घरेलू सिलेंडर रखे हुए थे।

यह बोले मरीज
नाश्ता व भोजन लेट मिलता है। जिससे कई बार मरीजों को बाहर से मंगाकर खाना पड़ता है। सब्जी व दाल की क्वालिटी भी ज्यादा ठीक नहीं है। चार्ट के अनुसार सब्जियां बदलकर भी नहीं दी जाती हैं।
मुनिया बाई, मरीज

 

खाने में सब्जी व रोटी की मात्रा जितनी मिलती है उससे पेट नहीं भर पाता। कम से कम 6 रोटी मिलनी चाहिए लेकिन 4 ही दी जाती हैं। सलाद भी बहुत कम मिलता है।
हरनाम सहरिया, मरीज

 

 

भोजन की क्यों नहीं की जा रही सैंपलिंग
जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीजों को खुला दूध दिया जा रहा है जबकि मेटरनिटी विंग में पैकिटों में दिया जाता है। ऐसे में खुले दूध में मिलावट कर वितरण किया जा रहा है। साथ ही वितरित किए जाने वाले भोजन की सैंपलिंग बीते 20 सालों से नहीं की गई है। जबकि नियमानुसार यह प्रक्रिया समय समय पर होती रहनी चाहिए।
चन्द्रशेखर यादव, शिकायतकर्ता


डाइट चार्ट भर्ती मरीज (सोमवार/गुरुवार)
सुबह 7 से 7:30 बजे एक कप चाय, 4 बिस्किट, नाश्ता 9 से 9:30 बजे दूध 1 गिलास (250 एमएल), पोहा, उपमा एक प्लेट (100 ग्राम), केला 2 नग, भोजन 1:30 से 2 बजे सलाद एक कटोरी (50 ग्राम), रोटी 4-5 नग, रात्रि भोजन 8 से 8:30 बजे स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सब्जी, (लौकी, तुरई, गिल्की, टमाटर, सेम, भिंडी, पालक) दाल (अरहर, मूंग, खड़े मूंग) एक कटोरी, दूध

 

डाइट चार्ट भर्ती मरीज (मंगलवार/शुक्रवार/रविवार)
सुबह 7 से 7:30 बजे चाय एक कप, टोस्ट 4 नग, नाश्ता 9 से 9:30 बजे दूध 1 गिलास, पोहा/दलिया 1 प्लेट, पपीता 100 ग्राम, भोजन 1:30 से 2 बजे सलाद 1 कटोरी, रोटी 4 से 5 नग, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सब्जी लौकी, तुरई, गिल्की, टमाटर, सेम, भिंडी पालक, दाल (अरहर/खड़ी मूंग) 1 कटोरी, चावल 1 कटोरी, शाम को 3:30 से 4:30 बजे चाय 1 कप, बिस्किट 4 नग, रात्रि भोजन 8 से 8:30 बजे स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सब्जी लौकी, तुरई, गिल्की, टमाटर, सेम, भिंडी, पालक, दाल व दूध। प्रतिदिन चार्ट के अतिरिक्त गुड, मेवा, लड्डू

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