आपको बता दें कि पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह शुक्रवार को गुना जिले के अंतर्गत आने वाली चाचौड़ा विधानसभा के कुंभराज में स्थित राजीव गांधी चौक पहुंचे थे। यहां वो गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी थी। जिसमें से एक तो ये कि उन्होंने दिग्विजय सिंह द्वारा किए गए ईवीएम मशीन की हैकिंग के डेमों को गलत ठहराया तो वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ही इस बात को सुनिश्चित करने को कह दिया कि वो तय करें कि कांग्रेस को दलालों के जरिए चलाना चाहते हैं या कार्यकर्ताओं के जरिए ?
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‘EVM खराब थी तो हिमाचल में कैसे जीत गए ?’
लक्ष्मण सिंह ने ईवीएम का पक्ष रखते हुए कहा कि ‘हम कई साल से कहते आ रहे हैं कि ईवीएम खराब है। लेकिन सोचने वाली बात तो ये है कि ईवीएम को लाया कौन ? हम ही ईवीएम को लाए। सारी ईवीएम खराब हैं, ये बात कौन मानेगा ? अगर ईवीएम खराब हैं तो फिर हिमाचल में कांग्रेस कैसे जीत गई ? पिछले चुनाव में राजस्थान में सरकार बनी। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश हमारी सरकार कैसे बन गई थी, जो फिर गिर गई। तब ईवीएम पर सवाल क्यों नहीं उठा।’ लक्ष्मण ने कहा कि ‘कुछ मशीनें खराब हो सकती हैं, लेकिन सारी मशीन खराब हैं, सारा दोष ईवीएम पर.. ये गलत है।’
‘ऐसा करके हम कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ रहे हैं’
लक्ष्मण सिंह ने आगे कहा कि ऐसा करके हम सिर्फ आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अपने ही कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा रहे हैं। ये कह कर कि ईवीएम ही खराब है। जरा सोचिये कि जब ऐसी बातें हम ही करेंगे तो कांग्रेस पार्टी के साथ कौन कार्यकर्ता काम करेगा। सभी ये ही नहीं सोचेंगे कि भैया जब ईवीएम ही खराब है तो क्यों मेहनत करें।’ अपने बड़े भाई दिग्विजय सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि ‘क्या जरूरत थी डेमो देने की। क्या ईवीएम ने कहा था कि सांसद निधि यहां देना। क्यों ऐसी जगह दी गई, जहां कांग्रेस चुनाव हारी है।’
दिग्विजय ने दिया था डेमो
आपको बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके ईवीएम मशीन की हैकिंग पर डेमो दिया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईआईटीयन अतुल पटेल ने ईवीएम और वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) को हैक करके बताते हुए ये बताया था कि किस तरह इन मशीनों में गड़बड़ी की जा सकती है। हालांकि, इस मामले में चुनाव आयोग की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई पर भाजपा ने इसका पुरजोर विरोध किया था। लेकिन अब इस मामले में दिग्विजय के छोटे भाई और कांग्रेस को अकसर आड़े हाथ लेने वाले लक्ष्मण सिंह ने गलत ठहरा दिया है।