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फिल्मी स्टाइल में पुलिस ने लुटेरी दुल्हन गैंग को दबोचा
पुलिस के मुताबिक, आरोपी कुआंरे युवकों को फंसाकर उनसे य़ुवतियों की शादी कराते थे और शादी के बाद कुछ दिनों में ही मौका पाकर युवती घर रुपये, जेवर और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो जाते थे। खास बात ये है कि, लुटेरी दुल्हनों के इस गिरोह को पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में दबोचा है। पुलिस को जिस मुखबिर से इनकी सूचना मिली उसी को ससुर बनाया और एक कॉन्स्टेबल खुद दूल्हा बनकर शादी के लिये युवती को पसंद करने पहुंचा। दोनों के बीच सवा लाख रुपए में सौदा तय हो गया। जब गिरोह दूल्हा के पसंद की लड़की दिखाने आया, तब तब पुलिस ने उन्हें दोबोच लिया।
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इस तरह लाए थे दुल्हन
एसपी राजीव कुमार मिश्रा के मुताबिक, मधुसूदनगढ़ का रहने वाला नवल लोधी अपने 22 वर्षीय बेटे लाखन लोधी की शादी के लिये लड़की ढूंढ रहे थे। रिश्ते ढूंढने के दौरान कैलाबई मीणा नाम की महिला से मिले। 8 मई को कैलाबाई अपने साथी वीरपुरा निवासी गोविंद मीणा दोनों को साथ लेकर विदिशा जिले की लटेरी तहसील लेकर गए। यहां उन्हें रहीश निवासी भोपाल, ममता अहिरवार और नीलम रेकवार दोनों निवासी सागर से मिलवाया। यहां लाखन ने ममता से को शादी के लिए पसंद कर लिया। इसके बाद 70 हजार रुपए देकर ममता को साथ ले आए।
इस तरह ऐंठे रुपये
जिले को रूपाहेड़ी गांव के एक मंदिर में उनकी शादी कर दी गई। कुछ दिन बाद ममता अपनी मां के बीमार होने की कहकर चली गई। बाद में लाखन से 15 हजार रुपए लेने के बाद ही वापस आई। दो दिन बाद दोबारा सागर जाने की जिद करने लगी। मना करने पर उसने 25 मई को साथियों नीलम रैकवार, रहीश, प्रीति उईके, प्रियंका चौहान, सोनू श्रीवास्तव, मजबूत सिंह यादव, मोहर सिंह ठाकुर और जगदीश मीना को बुला लिया। मना करने के बाद भी वो ममता को जबरदस्ती साथ ले गए। लाखन ने इस घटना की शिकायत थाने में भी की थी।
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जब पुलिस ने गैंग के लीडर को लगाया फोन
पुलिस तफ्तीश में आरोपियों पर संदेह बना, इसके बाद पुलिस ने गैंग के सरगना रहीश का नंबर शिकायतकर्ता लाखन से लिया और उससे संपर्क किया। खुद थाना प्रभारी की ओर फोन करके कहा गया कि, उन्हें किसी ने शादी के लिये नंबर दिया है। उन्हें शादी करनी है, इसके लिये क्या लड़की दिखा सकते हैं। गैंग की ओर से सवा लाख रुपए की मांग की गई। थाना प्रभारी ने इसपर सेहमति दे दी। सदस्य ने कहा कि उनके पास कई लड़कियां हैं। सौदा तय होने के बाद गैंग के सदस्यों ने उन्हें भोपाल के बैरसिया बुलाया।
कॉन्स्टेबल बना दूल्हा और मुख्बिर को बना दूल्हा का पिता
पुलिस की ओर से आरोपी गैंग को दबोचने के लिये मधुसूदनगढ़ थाने में पदस्थ कॉन्स्टेबल को नकली दूल्हा बनाया। साथ ही, आरोपियों के नए ठिकानें की सूचना देने वाले मुख्बर को लड़के का पिता बनाकर लड़की को देखने भेजा। इनके साथ टीम भी बैरसिया के लिए रवाना हुई। बैरसिया-नजीराबाद के बीच रोड पर पहुंचे। यहां कार में गैंग के सदस्य आए। उनको शादी के लिए लड़का बनाकर लाए कॉन्स्टेबल को दिखाया, तो वो तैयार हो गए। इसके बाद गैंग के सदस्यों ने भी चार लड़कियां दिखाईं। पुलिस को जैसे ही गैंग की पुष्टी हुई उसे तुरंत ही दबोच लिया। पुलिस ने 6 लोगों को पकड़ा है। हालांकि, गाड़ी में बैठे अन्य लोग कार्रवाई को भांपकर वहां से भाग निकले।
कई शहरों में कर चुके हैं वारदातें, पूछताछ जारी
एसपी राजीव कुमार मिश्रा के मुताबिक, गैंग के सदस्य मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों में लोगाें को लूट चुके हैं। बताया जाता है कि आरोपियों ने शाजापुर, भोपाल, राजगढ़ में भी वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस द्वारा गिरोह के 11 सदस्यों को आरोपी बनाया है। फिलहाल, 5 आरोपियों की तलाश जारी है।
पुलिस गिरफ्त में आए ए आरोपी
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए गैंग के सदस्यों में 3 लोग सागर के रहने वाले हैं। वहीं, एक-एक सदस्य बैतूल, सीहोर और भोपाल के रहने वाले हैं। आरोपियों में 30 वर्षीय ममता निवासी सागर, 28 वर्षीय नीलम रैकवार निवासी सागर, 27 वर्षीय प्रीति उईके निवासी सारणी बैतूल, 27 वर्षीय प्रियंका चौहान निवासी, सीहोर, 36 वर्षीय रहीश मुल्तानी निवासी भोपाल, 28 वर्षीय सोनू श्रीवास्तव निवासी सागर हैं।
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