इस फैसले के अनुसार, 10 साल के गोल्डन वीजा का लाभ पीएचडी डिग्रीधारक, चिकित्सक, इंजीनियर और विश्वविद्यालयों के कुछ विशेष स्नातक पेशेवरों को मिलेगा। सबसे बड़ी बात है कि UAE के इस फैसले से सबसे अधिक लाभ भारतीयों को मिलेगा, क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय विशेषज्ञ UAE में काम करने जाते हैं।
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बता दें कि UAE के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने ट्वीट कर इसका ऐलान किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘हमने निम्न श्रेणी में प्रवासियों के लिए 10 वर्षीय गोल्डेन वीजा जारी करने के फैसले को मंजूरी दी है।’ बड़ी बात यह कि इस फैसले पर यूएई के मंत्रिमंडल की मुहर भी लग गई है।
मालूम हो कि दुनियाभर के प्रतिभाशाली लोगों को खाड़ी देश में बसाने और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए UAE की सरकार खास तौर पर गोल्डन वीजा जारी करती है।
भारतीय नागरिकों को मिलेगा अधिक फायदा
UAE सरकार की ओर से गोल्डन वीजा की संख्या को बढ़ाने के फैसले का लाभ सबसे अधिक भारतीय नागरिकों को मिलेगा। सरकार के इस फैसले का लाभ दुनियाभर के सभी पीएचडी डिग्रीधारक, डॉक्टर, कंप्यूटर इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रोग्रामिंग, बिजली और जैव प्रौद्योगिकी से जुड़े पेशेवर उठा पाएंगे।
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गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस वीजा का लाभ यूएई द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के वे स्नातक भी उठा पाएंगे जिनका जीपीए (ग्रेड प्वाइंट एवरेज) 3.8 या उससे अधिक हो। इसके अलावा इसका लाभ कृत्रिम बुद्धिमत्ता और महामारी विज्ञान जैसे क्षेत्र में विशेष डिग्री हासिल करने वालों को भी दिया जाएगा।