संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सामने पेश की गई रिपोर्ट
यही नहीं, हमले में ईरान की संलिप्तता का सबूत भी अभी तक नहीं सामने आया है। इस संबंध में UAE के साथ सऊदी अरब और नॉर्वे ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) के सामने शुरुआती जांच रिपोर्ट पेश किए। फिलहाल, इस मामले की जांच जारी है और इसकी अंतिम रिपोर्ट भी परिषद के सामने पेश किए जाएंगे। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई के लिए निर्णय लिया जाएगा।
हमले में किसी एक्सपर्ट देश का हाथ
इस संबंध मेें UAE, सऊदी अरब और नॉर्वे ने एक बयान में जानकारी दी कि फिलहाल अभी जांच अभी जारी है। लेकिन अब तक हासिल हुए तथ्य इशारा करते हैं कि चार हमले एक अत्याधुनिक और सोचे समझे प्लान का हिस्सा थे। इसे किसी महत्वपूर्ण परिचालन क्षमता वाले तत्व ने अंजाम दिया। संभवत: यह तत्व कोई देश है।’ रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि हमले को अंजाम देने के लिए नाव को तेजी से नेविगेट करानेवाले एक्सपर्ट की मदद ली गई है।
अमरीका ने लगाया था ईरान पर आरोप
आपको बता दें कि अमरीका ने 12 मई को हुए इस हमले का आरोप ईरान पर लगाया था, जबकि तेहरान ने ऐसे किसी संभावना से इनकार करते हुए जांच की मांग की थी। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन सऊदी अरब ने कहा है कि उसके दो जहाजों को “महत्वपूर्ण” क्षति हुई है। अमीरात अपतटीय क्षेत्र में 4 तेल टैंकरों पर हमला किया गया था। खास बात यह है कि हमला ऐसे वक्त हुआ जब तेहरान और वॉशिंगटन के बीच तनाव काफी बढ़ चुका है।
सऊदी किंग सलमान का बयान
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सऊदी अरब के किंग सलमान ने ईरान की आलोचना करते हुए, उनकी हरकत को ‘आतंकी करतूत’ बताया था। इस्लाम के सबसे पवित्र शहर मक्का में OIC बैठक के दौरान सलमान ने वहां के मुस्लिम नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे हमलों से वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति के लिए जोखिम हैं। OIC देशों के नेताओं के सामने भाषण देते हुए सलमान ने कहा, ‘दुनिया को आतंकवाद को पालने वालों और उनकी आर्थिक मदद करने वालों से लड़ना चाहिए।’