यमुना एक्सप्रेस-वे हादसों पर लगाम लगाने के लिए आईआईटी दिल्ली के द्वारा दिए गए सुझावों पर कार्रवाई हो रही है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण सुझाव एक्सप्रेस-वे की दोनों सड़कों के बीच की जगह के दोनों ओर क्रैश बीम बैरियर लगाने का काम चल रहा है।
कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम होती है। ऐसे में तेज रफ्तार वाहनों के हादसा ग्रस्त होने की आशंका को समाप्त करने के लिए अधिकतम रफ्तार सीमा कम की जाएगी। पंद्रह दिसंबर से हल्के वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार के बजाए 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगे। भारी वाहनों के लिए अधिकतम रफ्तार सीमा 60 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यह रफ्तार सीमा दो महीने के लिए कम की जाएगी। इसके बाद मौसम को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। अधिकतम रफ्तार सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई होगी। वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए टोल प्लाजा पर जागरूकता अभियान व पैंफ्लेट वितरित किए जाएंगे।