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पुलिस की गिरफ्त में खड़े देवेन्द्र, फिरोज खान, अलीमुददीन शातिर किस्म के चोर और जालसाज हैं। ये धोखाधड़ी के लिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आईडी, ड्राइविग लाइसेंस आदि तैयार करते हैं। इसके आधार पर कंपनीयो में नौकरी हासिल करते थे और मौका देखकर माल पर हाथ साफ कर देते थे। ग्रेटर नोएडा की ओप्पो कंपनी से 1 मई को एक ट्रक चालक करीब दस हजार मोबाइल लेकर सूरजपुर वेयरहाउस के लिए निकाला था। ट्रक चालक ने रास्ते में अपने साथियों के साथ मिलकर ट्रक से 1470 मोबाइल चोरी कर लिए थे। बताया जाता है कि इसका मास्टर माइंड राघवेंद्र था। राघवेंद्र ने ट्रक चालक के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद आरोपी चालक ट्रक को छोड़कर फरार हो गया था। ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक ने आरोपी चालक के खिलाफ कासना कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया था।
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एसपी ने बताया की मोबाइल का मूल्य 2.5 करोड़ रुपये बताया गया है। इस घटना की रिपोर्ट कासना थाने में दर्ज की गई थी। इन बदमाशों के कब्जे से सभी 1240 मोबाइल फोन और 44 हजार 400 रुपये की नकदी बरामद कर लगी गई है। उन्होंने बताया कि अलीमुद्दीन पर मेरठ और गौतमबुद्ध नगर के विभिन्न थानों में छह, देवेंद्र के खिलाफ तीन और फिरोज के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज हैं। एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि अभी आरोपी ट्रक चालक राघवेंद्र और उसका एक साथी शरद गोस्वामी फरार है। इनकी गिरफ्तारी होने पर बचे हुए मोबाइल बरामद कर लिए जाएंगे।