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Patrika Positive: मेरठ मंडल में थमने लगी कोरोना की रफ़्तार, 5 दिनों में सबसे कम दर्ज हुआ पॉजिटिविटी रेट एनएईसी अध्यक्ष ललित ठुकराल आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित एंबुलेंस की चाभी यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर को सौंपी, जिन्होंने इस एम्बुलेंस को जेवर
कोविड अस्पताल के सुपुर्द किया। बता दें कि एनएईसी ने प्राधिकरण को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, मास्क आदि भी उपलब्ध कराए हैं। नि:शुल्क चिकित्सीय परामर्श के लिए सेवानिवृत्त चिकित्सक नियुक्त किए गए हैं। इस अवसर पर अरुण वीर सिंह ने कहा कि कोविड-19 का सामना करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों को संसाधनों से लैस किया जा रहा है। इस कड़ी में ये एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई हैं, जो मरीजों को नि:शुल्क सेवा देगी। प्राधिकरण क्षेत्र के किसी भी गांव के लोग फोन पर संपर्क कर एंबुलेंस की सेवाएं ले सकेंगे।
अरुण वीर सिंह ने बताया की यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के 96 गांवों के ग्रामीण एक जून से नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श ले सकेंगे। नि:शुल्क चिकित्सीय परामर्श के लिए सेवानिवृत्त चिकित्सक नियुक्त किए गए हैं। प्राधिकरण ने चिकित्सकों का पैनल गठित किया है, जो टेलीफोन पर लोगों को चिकित्सीय परामर्श देगा। यह चिकित्सक शिफ्ट में 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। प्राधिकरण के आग्रह पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. धीरज सिंघल भी प्रतिदिन एक घंटे फोन पर परामर्श के लिए उपलब्ध होंगे।
ग्रामीण क्षेत्र के कोविड मरीजों के उपचार के लिए जेवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को विधायक धीरेंद्र सिंह के प्रयास से कोविड अस्पताल बनाया गया है। अस्पताल को सीएसआर के जरिये जरूरी संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं। यमुना प्राधिकरण ने पिछले दिनों नोएडा एयरपोर्ट कंपनी की ओर से मिले 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, बेड, गद्दे, चादर, तकिये अस्पताल को दिए थे।
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