हाेली को देखते हुए इस आईपीएस ने मुसलमानों को समझाई मुहम्मद साहब की सहनशीलता कंपनी ने दी टीएफआर दरअसल, सोमवार को पीडब्ल्यूसी कंपनी ने गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी में एयरपोर्ट की टेक्नो फिजिबिलिटी रिपोर्ट (टीएफआर) यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों को दी। कंपनी ने यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों को एयरपोर्ट को लेकर अब तक की गई कार्रवाई के बारे में बताया। इस कंपनी को 31 मार्च से पहले नोडल एजेंसी को रिपोर्ट सौंपनी है। अब तक की कार्रवाई को लेकर सोमवार को जीबीयू में समीक्षा बैठक की गई थी।
दूल्हे के मोबाइल पर यह देख दुल्हन ने की चप्पलों से पिटाई 45 जिलों का किया गया अध्ययन कंपनी की ओर से जानकारी दी गई कि एयरपोर्ट के आसपास के 150 किमी के दायरे में आने वाले पांच राज्यों के 45 जिलों का अध्ययन किया गया है। इसमें पाया गया कि जेवर एयरपोर्ट से इन जिलों के यात्री यात्रा करेंगे। साथ ही यह भी बताया गया कि इन सभी जिलों को सड़क मार्ग से भी जेवर से जोड़ा जाएगा। कंपनी द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार, वर्ष 2022-23 में 60 लाख यात्रियों से शुरुआत होगी जबकि 2050 तक सालाना करीब 10.2 करोड़ यात्री यहां से उड़ान भरेंगे।
25.5 करोड़ तक पहुंचेगी यात्रियों की संख्या कंपनी के सर्वे में पता चला कि जेवर और पालम एयरपोर्ट को मिलाकर 2050 तक यात्रियेां की संख्या 25.5 करोड़ तक पहुंच जाएगी। इसको देखते हुए जेवर के 150 किलोमीटर के दायरे में 5 राज्यों के 45 जिलों से बेहतर रोड, मेट्रो व रेल आदि की कनेक्टिविटी की आवश्यकता है। समीक्षा बैठक के दौरान यमुना अथॉरिटी चेयरमैन व मेरठ मंडल कमिश्नर डॉ. प्रभात कुमार, सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, जीएम प्लानिंग, जीएम प्रॉजेक्ट और कंपनी के अधिकारी शामिल रहे। यमुना अथॉरिटी ओएसडी शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि 5 राज्यों के 45 जिलों को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के बारे में बात की गई है। कंपनी से कहा गया है कि इसको लेकर अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।