एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर जेवर के विधायक भी लगातार किसानों के संपर्क में है। जेवर के विधायक ठाकूर धीरेंद्र सिंह ने बताया कि 94 प्रतिशत किसानों अपनी सहमति पत्र एयरपोर्ट के निर्माण के लिए सौंप चुके है। उन्होंने बताया कि किसानों की तरफ से आने वाली बाधाओं को दूर कर लिया गया है। उधर, केंद्रीय मंत्री ने दावा किया है कि यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। केंद्रीय मंत्री व गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से सांसद डॉक्टर महेश शर्मा ने बताया कि जेवर में प्रस्तावित एयरपोर्ट दिल्ली के आईजीआई से ढाई गुना और मुंबई एयरपोर्ट से चार गुना बड़ा होगा। केंद्रीय मंत्री ने नोएडा के सेक्टर-६ स्थ्ित इदिरा गांधी कला केंद्र में अथाॅरिटी की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में आए थे।
किसान और प्रशासन के बीच बन चुकी है सहमति जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के लिए किसान और प्रशासन के बीच में सहमति बन चुकी है। प्रशासन की माने तो 94 प्रतिशत जमीन की सहमति जेवर एयरपोर्ट के लिए प्राप्त हो चुकी है। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए 1334 हैक्टेयर जमीन की आवश्यकता जेवर एयरपोर्ट के प्रथम चरण के लिए प्रस्तावित थी। जिसमें से 116 हैक्टेयर जमीन सरकारी भूमि के तौर पर कागजों में दर्ज है। लगभग 1218 हैक्टेयर जमीन की आवश्यकता थी, लेकिन अभी तक किसान 1145 हैक्टेयर जमीन की सहमति आने के पश्चात अब तक 94 प्रतिशत जमीन के सहमति पत्र प्राप्त हो चुके हैं।
पार्किग भी होगी हाईटेक प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट परिसर में 50 हजार वाहनों के लिए पार्किग की व्यवस्था होगी। पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के आधार पर पार्किग के लिए 90 हजार वर्ग मीटर जगह तय की गई है। साथ ही यहां ओपन पार्किंग बनाई जाएगी। आने वाले यात्रियों के वाहनों के लिए ओपन पार्किंग के बदोबस्त किए जाएंगे। एयरपोर्ट के पहले चरण में पार्किंग के लिए 48,491 वर्ग मीटर और दूसरे चरण के लिए 39,584 वर्ग मीटर जमीन आरक्षित की जाएगी। इनमें एक साथ 50 हजार कारें खड़ी करने की व्यवस्था होगी। इस एयरपोर्ट से एनसीआर व वेस्ट यूपी के सभी जिलों से यात्री निजी व कैब के जरिए एयरपोर्ट पहुंचेंगे।