किसानों का कहना है कि अगर ये मांगें पूरी नहीं हुई तो उनकी लड़ाई ऐसे ही चलती रहेगी। वहीं प्राशासन के अधिकारिओं का कहना है कि अभी हम किसानों से उनकी आपत्ति ले रहे हैं। उसके बाद हम उस पर फैसला लेगें और एक महीना का समय देंगे। शासन द्वारा इस हवाई अड्डा के लिए 1239 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जा रही है। वहीं 23 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी इस एयरपोर्ट का शिलान्यास करने आ रहे हैं।
सैकड़ों की संख्या में पैदल और ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर विरोध में निकले किसानों का कहना है कि इसी महीने प्रधानमंत्री मोदी एयरपोर्ट का शिलान्यास करने आ रहे हैं, लेकिन अब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं। हमारी मांगे जब तक पूरी नहीं होती हम यहां एयरपोर्ट नहीं बनने देंगे।