आलोक भाटी के पिता हैं किसान ग्रेटर नोएडा के दादरी तहसील के गांव चिटहैरा के निवासी आलोक भाटी ऑल इंडिया में 413वीं रैंक हांसिल कर आईपीएस बनने खबर फैलते ही आलोक भाटी को उनके परिजन व गांववासी मिठाई खिलाकर खुशी बनाने लगे। आलोक भाटी के पिता अजीत भाटी छोटे से किसान हैं। पिता अजीत भाटी का कहना है कि मैं एक किसान हूं मेरा दूध का काम है और दो चार भैंस रखकर मैंने कुछ कमाया नहीं, बस बच्चों को पढ़ाया, मेरा शुरू से ही यह प्रयास था कि बच्चे पढ़े, बच्चों को पढ़ने में बेहद रूचि थी। छोटी बहन मेरठ यूनिवर्सिटी में फ़िजिक्स से पीएचडी कर रही है जबकि बड़ा भाई का कपड़े का व्यापार है।
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मौलाना मदनी के ‘इस्लाम पसंद नहीं तो मुल्क छोड़ों’ वाले बयान पर महंत नारायण गिरी ने लगाई लताड़, बोले… नेशनल डिफेंस एकेडमी की परीक्षा पास कर चुके हैं आलोक आलोक और उनके पिता परिवार को संभालने के लिए दूध बेचने का काम करते हैं। गांव वालों ने बताया कि आलोक की दिनचर्या बेहद सामान्य है। वह सुबह उठकर गाय-भैंसों को चारा खिलाते हैं। उसके बाद दूध निकालते हैं और बेचने चले जाते हैं। लौटकर पढ़ाई लिखाई करते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। आलोक भाटी शुरू से एक प्रभावशाली छात्र रहे हैं। हालांकि, उनकी पूरी पढ़ाई गांव के प्राइमरी स्कूल और दादरी के इंटर कॉलेज में हिंदी माध्यम से हुई है। आईपीएस बने आलोक भाटी ने बताया कि पहले नेशनल डिफेंस एकेडमी की प्रतिष्ठित परीक्षा पास की थी। मेडिकल के दौरान उनके दांतो में कुछ समस्या का पता चला। जिसकी वजह से उन्हें एनडीए छोड़ना पड़ा। इसके बावजूद आलोक ने हिम्मत नहीं हारी, बल्कि और ज्यादा जज्बे के साथ तैयारी शुरू की।
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मकान और नौकरी का लालच देकर करवाया जा रहा था धर्म परिवर्तन, पोल खुली तो जानें क्या हुआ ऐसे मिली सफलता करीब 2 साल पहले आलोक ने केंद्रीय पैरामिलिट्री फोर्स के लिए आयोजित होने वाली संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की। उनका चयन इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस बल में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट हो गया। वह फिलहाल आइटीबीपी में प्रशिक्षणरत हैं। इसी दौरान आलोक भाटी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए परीक्षा देने का मन बनाया। वर्ष 2021 की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद बीते अप्रैल महीने में उन्होंने इंटरव्यू दिया था। और सोमवार को उन्हें सफल घोषित किया गया है।