पुलिस के मुताबिक सचिन ने एक रिटायर कर्नल से उनकी बेटी को गन पॉइंट पर लेकर अपने साथियों के साथ जनवरी में स्कार्पियो लूट की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने लूट के दो दिन बाद ही लूटी स्कार्पियो को बरामद कर लिया था और इसके साथियो को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन ये फरार हो गया था। सचिन को पकड़ने के लिए पुलिस ने उस पर 25 हज़ार का इनाम घोषित किया गया था। बीटा पुलिस इसके किसी वारदात को अंजाम ने के लिए शहर में होने का इनपुट मिला था।
सूचना के आधार पुलिस ने सचिन पीछा करना शुरू कर दिया जिसके बाद इसकी घेराबंदी की गई। जब इसको रुकने का इसरा किया गया तो इसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस जवाबी फायरिंग की जिसमे एक गोली इसके दाहिने पैर में लग गयी और ये बाइक से गिर गया। फिलहाल पुलिस ने इसको अस्पताल में एडमिट कराया है। इसके पास से एक तंमचा व बाइक बरामद की गई है।