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UP में कोरोना की आफत: एक महीने में एक्टिव केस 4 गुना से अधिक, सबसे अधिक मामले इस शहर में जुलाई से शुरू होगा रिसोर्ट बनने का काम बता दें कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की तरफ से डॉग रिसोर्ट का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। अथॉरिटी का कहना है कि उनके आधिकारिक क्षेत्र में करीब तीन लाख कुत्तों को लोगों ने पाल रखा है। ऐसे में उन्हें बाहर घूमने या टहलाने के दौरान अक्सर विवाद की खबरें सामने आती रहती हैं। इसलिए उन्होंने डॉग रिसोर्ट बनाने का निर्णय लिया है। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जुलाई से रिसोर्ट का काम शुरू हो जाएगा। रिसोर्ट में पालतू कुत्तों को एंट्री मिलेगी। यह एक आधुनिक रिसोर्ट होगा जिसके लिए अभी से अथॉरिटी ने कुत्तों का रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिया है।
देखभाल के लिए डॉक्टर और ट्रेनर होंगे मौजूद वहीं नोएडा अथॉरिटी का यह भी कहना है कि वह स्ट्रीट डॉग की परेशानियें को खत्म करने के लिए शहर में कई जगहों पर डॉग फीडिंग सेंटर बनवाएगी। इन सेंटर में स्ट्रीट डॉग को खाना दिया जाएगा। साथ ही सोसाइटी और सेक्टर में रहने वाले लोग भी स्ट्रीट डॉग को इन्हीं सेंटर पर खाना खिला सकेंगे। अगर चाहें तो सेंटर पर खाना रखकर भी जा सकते हैं। इसके अलावा अथॉरिटी की ओर से बनाए जाने वाले इस डॉग पार्क में डॉग फूड की सुविधा भी दी जाएगी। वहीं उनकी देखभाल के लिए डॉक्टर और ट्रेनर मौजूद रहेंगे। हालांकि इसके लिए डॉगी के मालिक को एक तय फीस चुकानी होगी।
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बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी, विभाग के इस फैसले से मिलेगी बड़ी राहत इंटरनेशनल मानकों पर बनेगा डॉग्स पार्क गौरतलब है कि नोएडा में बनने वाला यह डॉग्स के लिए देश में पहला पार्क है। इससे पहले तेलंगाना में करीब 1.3 एकड़ में एक डॉग पार्क बनाया जा चुका है। इस पार्क को ग्रेटर हैदराबाद में नगर निगम ने बनवाया है। इस पार्क की लागत 1.1 करोड़ रुपये आई थी। वहीं चर्चा है कि नोएडा में बनने वाला डॉग्स पार्क इंटरनेशनल मानकों पर बनेगा। इसके लिए अथॉरिटी इस पार्क का जिम्मा किसी प्राइवेट कंपनी को भी दे सकती है।