हाल ही में हुए हादसे में हुई थी ऑस्ट्रेलियाई नागरिक की मौत आपको बता दें कि हाल ही में 21 दिसंबर को यमुना एक्सप्रेस वे पर दो बड़े हादसे हुए थे, जिसमें एक ऑस्ट्रलियाई नागरिक की भी मौत हो गई थी। 21 दिसंबर को सुबह कोहरे के कारण एक के बाद एक 15 गाड़ियां आपस में टकरा गई थीं। वहीं, उसी दिन दनकौर स्थित 11 नंबर रैंप के पास एक रोडवेज बस ट्रक से टकराकर असंतुलित हो गई और तीन बाइकों से टकरा गई थी। इसमें एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक की मौत हो गई थी जबकि चार लोग घायल हुए थे। हादसे की वजह पुलिस ने कोहरा बताया था।
अब तक 400 से अधिक लोग गंवा चुके हैं जान यमुना एक्सप्रेस-वे की शुरुआत होने के साथ ही हादसों का सिलसिला शुरू हो गया था। इस एक्सप्रेसवे पर हादसों के कारण अब तक 400 से अधिक लोग अपनी जान गवां चुके हैं, जबकि 5 हजार से अधिक लोग हादसे के शिकार हुए हैं। इतना सब होने के बाद भी एक्सप्रेसवे प्रबंधन और प्रशासन नहीं जागा। रुफ्तार पर लगाम लगाने के लिए स्पीडोमीटर तक लगाए गए लेकिन इस पर अंकुश नहीं लग सका। शुक्रवार को भी तेज रफ्तार की वजह से दो युवकों की जान चली गई। जबकि एक युवक अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है।
पत्रिका टीम ने की थी पड़ताल पत्रिका टीम ने यमुना एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसों का पता लगाने के लिए पड़ताल भी की थी। इसमें एक्सप्रेस-वे पर तमाम खामियां सामने आई थीं। इतना ही नहीं एक्सप्रेस-वे पर रिफ्लेक्टर भी ठीक से
काम नहीं कर रहे थे। वहीं, लाइट भी नहीं लगाई गई थी। फॉग के दौरान येलो लाइट का लगना जरूरी होता है ताकि रास्ता साफ दिखे, लेकिन इसकी भी व्यवस्था नहीं की गई है।