एक छात्रा ने घटना के बारे में बताया कि जब गर्ल्स हॉस्टल में युवक घुसे थे, तो उस समय वह अपने कमरे में थीं। जब बाहर आकर देखा, तो कुछ लड़कियां चिल्ला रही थीं कि हॉस्टल के अंदर कुछ लड़के घुस आए हैं। फिलहाल अब हॉस्टल में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।
वहीं, एक अन्य छात्रा ने कहा, “घटना के समय में वह अपने कमरे में पढ़ाई कर रही थीं, तभी कुछ युवक हॉस्टल में घुस आए। इस घटना के बाद हॉस्टल में सुरक्षा बढ़ाई गई है और मैम भी खुद उनके साथ ही सो रही हैं।”
हॉस्टल की तलाशी लेने पर कोई नहीं मिला
प्रिंसिपल श्याम नारायण सिंह ने बताया कि घटना के वक्त मैं खुद मौके पर मौजूद था। जैसे ही मुझे इस घटना की जानकारी मिली, तो छात्राओं से मुलाकात की और इसके बाद पुलिस भी हॉस्टल में आ गई। जब हम लोगों ने हॉस्टल की तलाशी ली तो वहां कोई भी युवक नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा, “पूरे घटनाक्रम के समय पुलिस भी मौजूद थी। इस घटना के बाद
पुलिस की टीम हॉस्टल के बाहर गश्त लगा रही है। साथ ही कुछ सुरक्षाकर्मियों की भी हॉस्टल में तैनाती की गई है।”
छात्रों ने प्रिंसिपल सस्पेंड की मांग की
बता दें कि चार दिन पहले छात्रावास में कुछ युवकों के घुसने की खबर सामने आई थी। इसके बाद छात्राओं ने जमकर हंगामा किया। इस बीच प्रशासन हॉस्टल में 32 सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। इससे पहले छात्राओं ने एक महीना पहले भी ऐसी ही शिकायत की थी, मगर प्रिंसिपल और बीएसए ने मामले का संज्ञान नहीं लिया। फिलहाल छात्राओं ने प्रिंसिपल को सस्पेंड करने की मांग की है।