पुलिस की जांच में सामने आया है कि रेलवे कर्मचारी मोहम्मद अफरोज से महिला की नजदीकी 2007 से ही है। तब उसकी उम्र महज 17 साल ही थी। अफरोज गोरखनाथ में स्थित उसके घर पर लोन के सिलसिले में गया था। तब शादिया के पिता को लोन की जरूरत थी और उन्होंने अफरोज से मदद मांगी थी।
इस दौरान ही आते-जाते अफरोज का शादिया से संबंध हो गया। फिर दोनों साथ रहने लगे। अफरोज ने उसके लिए आलीशान घर बनवाया और उसी में साथ रहने लगा। लेकिन, अफरोज के घर वाले इस बात से अंजान थे। वह उस पर शादी का दबाव बनाते थे, लेकिन वह टालमटोल करता था।
नए उम्र के युवकों से दोस्ती का विरोध करता था अफरोज
दरअसल, अफरोज के मकान में नए उम्र के किराएदार रहते थे। आरोपों में घिरा अभिषेक 19 साल का है और आईआईटी का छात्र है। इसी तरह अरशद की उम्र भी कम है। इसके पहले भी उसकी दोस्ती कम उम्र के युवकों से थी। इसी को लेकर अफरोज समय समय पर विरोध करता था और इसी से नाराज होकर शादिया ने तलाक का नोटिस भी भेजा था। लेकिन, बाद में दोनों में सुलह समझौता हो गया और साथ रहने लगे थे।
जांच में पता चला कि अक्तूबर 2022 में अफरोज ने पहली बार शादिया को अपने घरवालों से मिलाया था। लेकिन, वह उस घर में रहने को तैयार नहीं हुई थी। उधर, घर को अपने नाम कराने के बाद शादिया का एक युवक से नजदीकी संबंध भी हो गया था। अफरोज ने आपत्ति की तो उसने तलाक के पेपर भेज दिए थे। इसके बाद अफरोज शांत हो गया और दोनों साथ रहने लगे।
25 मई को अफरोज की हत्या हो गई। सारी कड़ियां जोड़ने के बाद पुलिस घटना के पर्दाफाश के करीब पहुंच चुकी है। पुलिस के हाथ जो सबूत लगे हैं, जिनसे साबित हो रहा है कि पत्नी ने ही अपने प्रेमी छात्र अभिषेक के साथ मिलकर हत्या की है। अभिषेक महराजगंज का स्थायी निवासी है। उसे भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उधर, पुलिस के मुताबिक शादिया का भाई दुष्कर्म के आरोप में जेल जा चुका है।