LAC पर जारी तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS, NSA और तीनों सेना प्रमुखों से की उच्च स्तरीय बैठक
नीतीश पर लोगों का भरोसा कम!
सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि भाजपा को छोड़ने और आरजेडी के साथ जाने, फिर आरजेडी को छोड़कर बीजेपी के साथ आने के नीतीश कुमार के फ़ैसले के बाद उनकी विश्वसनीयता पर लोग संदेह करने लगे हैं. इसके अलावा सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि लालू प्रसाद यादव को लेकर नीतीश कुमार कहीं न कहीं सॉफ्ट हैं. वहीं, बीजेपी के बड़े से बड़े नेता लालू पर सीधा हमला करते हैं.
Indian Railways: दशहरा, दिवाली पर चलेंगी 100 Festival Special Train, यात्रियों को मिलेगी कंफर्म टिकट
नीतीश के काम से लोग खुश नहीं!
इसके अलावा नीतीश कुमार के इस कार्यकाल के पांच साल के काम से लोग खुश नहीं हैं. सूत्रों की मानें तो बीजेपी की इस सर्वे टीम ने अपनी रिपोर्ट बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को दे दी है. कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर चर्चा भी की है. यही वजह है कि भाजपा ने इस चुनाव में यह तय किया है कि वो ज़्यादा जोर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम और काम पर ही देगी. भाजपा का इस बार का चुनावी नारा भी प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की तर्ज़ पर आत्मनिर्भर बिहार है.
लौंगी भुईयां ने लिखी संघर्ष की नई इबारत, पहाड़ खोदकर बना दी 5KM लंबी नहर, लगे 30 साल, पढ़ें प्रेरक कहानी…
आरजेडी का हमला, जदयू का बचाव
बहरहाल, बीजेपी के इंटरनल सर्वे पर जदयू नेता और बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हज़ारी ने कहा है कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता घटी नहीं है, बल्कि बढ़ी है. इस बार फिर उनके चेहरे पर बिहार में सरकार बनेगी. वहीं, आरजेडी नेता भाई विरेंद्र ने इसी बहाने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तो उनके सहयोगी भी समझ चुके हैं कि नीतीश कुमार की ज़मीन खिसक गई है.