मौत के बाद बांदा की CJM कोर्ट ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्तार अंसारी की गुरुवार 28 मार्च की रात को कार्डिएक अरेस्ट से मौत बताई गई। लेकिन परिवार को इस पर संशय है कि यह एक सामान्य मौत नहीं है। धीमा जहर वाली बात पर सबसे ज्यादा जोर है।
मुख्तार की मौत के 3 दिन पहले ही बांदा जेल के जेलर और दो डिप्टी जेलर को सस्पेंड किया गया था। उन पर मुख्तार की सुरक्षा में लापरवाही बरतने की बात कही गई। इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मुख्तार को दफनाने से पहले ही बांदा जेल में न्यायिक टीम पहुंच गई। वहां जांच-पड़ताल शुरू कर दी।