इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए जवान उमेश चंद्र के भांजे ने बताया कि उनके मामा की पोस्टिंग बिहार के सीतामढ़ी में थी। जो कि एसएसबी में एएसआई के पद पर तैनात थे। वह रोजाना अपने परिजनों से फोन पर मैसेज और व्हाट्सएप के अलावा फोन पर भी बात किया करते थे। लेकिन रविवार की सुबह अचानक की उनके परिजनों के पास कंट्रोल रूम से फोन आया कि उन्हें गोली लग गई है और अस्पताल ले जाया जा रहा है। जैसे ही परिजनों ने यह खबर सुनी तो उनके होश उड़ गए और दोबारा जब फोन मिलाया गया तो संपर्क नहीं हो पाया लेकिन आधा घंटे बाद ही फिर कंट्रोल रूम से फोन आया कि उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई है। जिसके बाद से पूरे परिवार में गहरा शोक व्याप्त है।
उन्होंने बताया कि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर उन्हें किस कारण से गोली लगी है। अभी परिजनों के मन में यह भी सवाल है कि आखिर अचानक ही ऐसा कैसे हुआ है। गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में स्थित उनके घर पर उनकी पत्नी और दो बच्चे रहते हैं और उनके रिश्तेदार भी आस-पास ही रहते हैं जैसे ही उन्होंने भी खबर तो नहीं तो वह मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल अब उनके शव आने का इंतजार किया जा रहा है।