प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत दिए जाएंगे EWS फ्लैट दरअसल, जीडीए ने जिले में खाली पड़े दुर्बल आय वर्ग (EWS) फ्लैटों को प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत देने की योजना बनाई है। इस पर काम भी शुरू कर दिया गया है। इसके तहत विभिन्न योजनाओं में खाली पड़े 1615 EWS फ्लैटों की लिस्ट बनाई गई है। जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा का कहना है कि खाली पड़े EWS फ्लैटों की सूची बनाई गई है। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया होगी।
2019 तक जीडीए को बनाने हैं 13500 आवास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जीडीए को 2021 तक 36 हजार आवास बनाने के साथ ही दिसंबर 2019 तक 13500 आवास बनाने का लक्ष्य दिया गया है। ऐसे में इन खाली पड़े फ्लैटों को पीएम आवास योजना के तहत बचे जाने की तैयारी की गई है। योजना के तहत दो कमरों के फ्लैट की कीमत 4.50 लाख रुपये तय की गई है। इसमें केंद्र की आेर से 1.50 लाख और राज्य सरकार की ओर से 1 लाख रुपये की मदद की जाएगी। जबकि घर लेने वाले को केवल दो लाख रुपये देने होंगे।
मधुबन-बापूधाम योजना में हैं सबसे ज्यादा फ्लैट आपको बता दें कि मधुबन-बापूधाम, कोयल एंक्लेव, संजयपुरी समेत कई योजनाओं में जीडीए के 1615 ईडब्ल्यूएस फ्लैट हैं। इनमें सबसे ज्यादा 800 फ्लैट मधुबन-बापूधाम योजना में हैं। यहां तीन मंजिला ईडब्ल्यूएस इमारते हैं। इनमें तीनों ही तल पर अभी आवास बिके नहीं हैं। बताया जा रहा है कि कौशांबी में बने ईडब्ल्यूएस फ्लैट इसमें शामिल नहीं किए जाएंगे। दिल्ली से सटे इलाके में होने के कारण इनकी वर्तमान कीमत 19 लाख रुपये है। ऐसे में जीडीए को नुकसान होगा।