दिल्ली की मुख्यमंत्री और कालकाजी से आप उम्मीदवार आतिशी आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करने वाली थीं, लेकिन उन्होंने नामांकन दाखिल नहीं किया। दरअसल वह शिकायत दर्ज कराने के लिए आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान और अन्य आप नेताओं के साथ चुनाव आयोग के दफ्तर गईं थी।
आप नेता आतिशी ने अपनी शक्ति प्रदर्शन रैली शुरू करने से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया के साथ गिरि नगर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु गोविंद साहिब में मत्था टेका। इससे पहले वह मां काली को समर्पित कालकाजी मंदिर में पहुंची और पूजा-अर्चना कर अपने चुनावी अभियान के लिए आशीर्वाद मांगा।
आज आतिशी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, “मैंने पिछले पांच वर्षों से अपने विधानसभा क्षेत्र में अथक परिश्रम किया है। कालकाजी के लोग मेरा परिवार हैं, वे मुझे अपनी बेटी और बहन के रूप में देखते हैं। मैं सिर्फ एक प्रतिनिधि नहीं हूं, मैं उनके जीवन का हिस्सा हूं।”
गरीब विरोधी है बीजेपी, आतिशी ने बोला हमला
इस दौरान आतिशी ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा, बीजेपी ‘झुग्गी विरोधी’ और ‘गरीब विरोधी’ पार्टी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा और वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी। कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में आतिशी का मुकाबला बीजेपी के रमेश सिंह बिधूड़ी से है. दोनों नेताओं के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना जताई जा रही है। अनुभवी राजनीतिक बिधूड़ी का इस निर्वाचन क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। दक्षिण दिल्ली से पूर्व सांसद और तुगलकाबाद से तीन बार विधायक रह चुके बिधूड़ी को उनके मजबूत राजनीतिक रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है। उन्होंने 2003, 2008 और 2013 में चुनाव जीते थे। वहीँ, कालकाजी से कांग्रेस ने अलका लांबा को टिकट दिया है जो राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। लांबा 1994 से 2014 तक कांग्रेस में रहीं और फिर आप में शामिल हो गई और 2015 में आप के टिकट पर चांदनी चौक से विधायक बनीं। लेकिन वह फिर से कांग्रेस में लौट आईं।