इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने जिले में 400 उद्योगों को पीएनजी का कनेक्शन दिया है। कुछ ऐसी हैं उद्योग भी है जो कि इन्हीं कनेक्शन से कनेक्ट होकर अपना कारोबार चला रही हैं। कुल मिलाकर जिले में 600 उद्योग पीएनजी पर आधारित हैं। कविनगर औद्योगिक क्षेत्र में 40 से 45 उद्योग इकाईयां पीएनजी पर आश्रित हैं। इनमें सेनेट्री उत्पाद, इंडस्ट्रियल केमिकल, हार्डवेयर और पैकिंग मैटेरियल की इकाइयां अधिक हैं। ये सभी पीएनजी पर आधारित होकर चल रही हैं। बीते मई से लेकर सितंबर तक पीएनजी के मूल्य में हर महीने बढ़ोत्तरी हुई है। गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन के मुताबिक पांच महीनों में 35 से 40 फीसदी तक पीएनजी के दाम बढ़ गए हैं। वर्तमान में उद्यमियों को पीएनजी कनेक्शन के लिए एक से डेढ़ लाख रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
एक दिन 1 लाख 35 हजार किलो गैस की खपत जिले में पीएनजी संचालित उद्योगों में प्रतिदिन एक लाख स्टैंडर्ड क्यूबेक मीटर पीएनजी की सप्लाई है। हर दिन एक लाख 35 हजार किलो पीएनजी 400 उद्योगों को आईजीएल से सप्लाई होती है। हर महीने 40 लाख 50 हजार किलो पीएनजी से उत्पादन किया जा रहा है।
पीएनजी के साथ इस तरह बढ़ा उद्योगों पर बोझ महीना पीएनजी का रेट प्रति किलो उद्योगों पर बढ़ा बोझ करोड़ों में मई 34.91 14.13 करोड़ जून 36.79 14.89 करोड़ जुलाई 39.19 15.87 करोड़
अगस्त 44.01 17.82 करोड़ सितंबर, अक्टूबर 47.32 19.16 करोड़ बोले पीएनजी प्रयोग करने वाले उद्यमी रवि जिनकी फैक्टरी में बाथरूम टब बनाए जाते हैं उनका कहना है कि पीएनजी का पहले बिल 70 से 80 हजार रुपये आता था। अब एक लाख रुपये से अधिक आ रहा है। उत्पादन की कीमत लगातार बढ़ रही है, लेकिन बाजार से बढ़े हुए रेट पर माल खरीदने को कोई तैयार नहीं है। हार्डवेयर उत्पादन करने वाले उद्यमी कैलाश ने कहा कि कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर एनजीटी के प्रतिबंध के बाद पीएनजी कनेक्शन लिया, जो अब काफी महंगा पड़ रहा है।