दरअसल, यह मामला उस वक्त उजागर हुआ, जब ‘पत्रिका’ संवाददाता खुद जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी के कार्यालय पहुंचे और अधिकारी महोदय अपनी कुर्सी छोड़कर बराबर में ही एक सेटी पर सोते हुए पाए गए। जैसे ही उनसे इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। इसलिए वह आराम कर रहे हैं और यह कहते हुए आनन-फानन में अपनी कुर्सी पर जा बैठे। इस बारे में उनसे कुछ और भी सवाल किए गए तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार ही नहीं किया, बल्कि उन्होंने कहा कि अब जो चाहो आप कर लो। मैंने अपनी परेशानी आपको बता दी। बता दें कि जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी वीर सिंह का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के कई वीडियो वायरल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक भी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
इस संबंध में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष देवव्रत चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी के इस तरह के वीडियो पहले भी वायरल हो चुके हैं। इनके खिलाफ महिला उत्पीड़न की भी जांच चल रही है। वीडियो वायरल होने के बाद विकास भवन के उच्च अधिकारियों को भी कई बार अवगत कराया है, लेकिन अभी तक यह समझ नहीं आ रहा है कि इतना सब कुछ होने के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है?
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गालीबाज श्रीकांत त्यागी की न्यायिक हिरासत बढ़ी, 15 साल पुराने मामले में हुई थी पेशी राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष ने भी खड़े किए हाथ वहीं, ताजा वीडियो पर देवव्रत चौधरी ने कुछ भी कहने से इनकार ही नहीं किया, बल्कि उन्होंने भी कहा कि अब जो चाहो कर लो। मैंने भी अपनी परेशानी आपको बता दी है। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी वीर सिंह का यह मामला पहला नहीं है।