कैलिफोर्निया स्थित पालो आल्टो नेटवर्क्स कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी साइबर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी है। उसके यहां करीब पांच हजार कर्मचारी काम करते हैं। कंपनी की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, इस पैकेज के लिए एक शर्त भी रखी गई है। कंपनी की शर्त के अनुसार, उन्हें कंपनी के शेयरों के दाम को चार गुना करना होगा। गाजियाबाद में जन्मे निकेश अरोड़ा कंपनी के पिछले सीईओ व चेयरमैन मार्क लाफलिन की जगह लेंगे।
यह भी पढ़ें: जासूसी के शक में दिल्ली की स्पेशल टीम ने पकड़ा बंग्लादेशी, यूपी के देवबंद का चाैंका देने वाल कनेक्शन आया सामने पिता से 75 हजार रुपये लिए थे आपको बता दें कि निकेश अरोड़ा का जन्म गाजियाबाद में हुआ है। उनका जन्म 6 फरवरी 1968 को गाजियाबाद में हुआ था। उनके पिता एयरफोर्स में अधिकारी थे। निकेश अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली में एयरफोर्स के ही स्कूल से की थी। इसके बाद उन्होंने आईआईटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। फिर वह नौकरी करने के लिए विप्रो पहुंच गए लेकिन यहां से उन्होंने जल्द ही इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह अमेरिका में पढ़ाई करने के लिए चले गए। इसके लिए उन्होंने अपने पिता से 75 हजार रुपये लिए थे। अमेरिका में पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए उन्हें बर्गर भी बेचने पड़े। इतना ही नहीं उन्हें गार्ड की नौकरी भी करनी पड़ी। उन्होंने वहीं से एमबीए भी किया। इसके बाद वे चार्टर्ड फाइनेंस एनालिस्ट (सीएफए) भी बने।
यह भी पढ़ें: इस्लाम के इस वीर सुरमा की कहानी जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान 10 साल की गूगल में नौकरी उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1992 में की। वह गूगल से भी जुड़ चुके हैं। 2004 में गूगल ज्वाइन करने के बाद उन्होंने वहां 10 साल तक काम किया। फिर वह सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉरपोरेशन में पहुंच गए, जहां उनका पद दूसरे नंबर का था। पिछले साल उन्हेांने वहां से नौकरी छोड़ दी। वहां उन्हें मिले सैलरी पैकेज के दम पर वह दुनिया का सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले तीसरे सीईओ बन गए थे।
यह भी पढ़ें: ये दो ग्रह 9 व 10 जून को बदल रहे अपनी राशि, अब इन लोगों के बदल जाएंगे दिन ऐसा होगा वेतन पैकेज निकेश अरोड़ा को मिले 858 करोड़ रुपये के सैलरी पैकेज में से उनका सालाना वेतन 6.7 करोड़ रुपये का है जबकि इतना ही उनका सालाना बोनस होगा। इसके अलावा उनके नाम पर 268 करोड़ रुपये के शेयर रहेंगे। इन्हें वह सात साल तक नहीं बेच पाएंगे।