तीन सांसद नहीं पहुंचे बैठक में बताया जा रहा है कि सोमवार को मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान पार्टी जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी अपनी बात कहने का इंतजार ही करते रह गए। इस बैठक में वेस्ट यूपी के 19 जिलों के 14 सांसदों और 59 विधायकों को बुलाया गया था। इनमें से सांसद सत्यपाल सिंह समेत तीन सांसद और पांच विधायक इसमें शामिल नहीं हो पाए।
भाजपा विधायक पर हुआ था हमला बैठक से एक दिन पहले लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर पर जानलेवा हमला किया गया था। उन्होंने पुलिस पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगा रखे हैं। इतना ही नहीं भाजपा विधायक की सुरक्षा में पहले चार गनर लगे हुए थे लेकिन इनकी संख्या एक कर दी गई।इससे भाजपा विधायक भी खफा बताए जा रहे हैं। बैठक यह मुद्दा उठने की संभावना जताई गई थी लेकिन मुख्यमंत्री के आगे किसी की नहीं चली। बताया जा रहा है कि इससे नाराज होकर कुछ विधायकों ने सीएम के जाने के बाद एक बंद कमरे में मीटिंग की। इन मामलों को लेकर कुछ विधायक लखनऊ में सीएम से भी मिलेंगे। सूत्रों के मुताबिक, अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो गाजियाबाद के चार विधायक भी अपनी सुरक्षा वापस कर देंगे।
सीएम के सामने उठाना चाहते थे मुद्दा बताया जा रहा है कि नंद किशोर गुर्जर मामले को गाजियाबाद के विधायक सीएम के सामने उठाना चाहते थे लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया। सूत्रों के अनुसार, जब कुछ विधायक अपनी बात रखी तो उन्हें चुप करा दिया गया और लखनऊ आकर शिकायत करने को कहा गया। इसके बाद ये विधायक नाराज होकर और सीएम के जाते ही एक बैठक की। हालांकि, इस मामले में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। इस संबंध में जब विधायकों से पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की।