ग्राउंड फ्लोर पर चल रही थी बेकरी की फैक्ट्री यह हादसा लोनी के इकरामनगर में बुधवार देर रात करीब साढ़े बजे हुआ है। यहां दो मंजिला एक मकान में ग्राउंड फ्लोर पर बेकरी की फैक्ट्री है जबकि प्रथम तल पर एक परिवार रहता है। यह नहटौर जिला बिजनौर के रहने वाले हैं। काफी समय से यहां रह रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि देर रात को अचानक सिलेंडर में ब्लास्ट होने से घर में आग लग गई। इसके बाद प्रथम तल पर मौजूद फातिमा ने अपने बच्चों को बचाने के लिए उन्हें नीचे फेंक दिया। नीचे खड़े मोहल्ले वालों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। उनका कहना है कि उस समय घर में फातिमा और उसके चार बच्चे मौजूद थे। देर रात मकान में शॉर्ट सर्किट के कारण डीजल की केन ने आग पकड़ ली। इसके बाद सिलेंडर में आग लग गई, जिससे उसमें ब्लास्ट हो गया। इस दौरान आग बढ़ने पर फातिमा ने अपने चारों बच्चों को नीचे फेंक दिया, जिससे उनकी जान बच सकी। इसके बाद इमारत भरभरा कर गिर गई। हादसे में फातिमा की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस व फायर बिग्रेड पर लेट पहुंचने का भी आरोप लगाया। उनका कहना है कि हादसा करीब साढ़े बारह बजे हुआ। इसके तुरंत बाद पुलिस को कई नंबरों पर फोन किया गया लेकिन फोन नहीं मिला। करीब तीन घंटे बाद मौके पर पुलिस व फायर ब्रिगेड पहुंची।
शॉर्ट सर्किट को बताया आग लगने की वजह एनडीआरएफ के अधिकारी ने घटना का समय देर रात करीब डेढ़ बजे का बताया। उनका कहना है कि मकान में नीचे के तल पर बेकरी का काम होता था। आग लगने की वजह शॉट सर्किट है। बेकरी का काम होने की वजह से आग तेजी से फैली। इस दौरान फर्स्ट फ्लोर पर मौजूद फातिमा ने अपने चार बच्चों को नीचे फेंक दिया। इसके बाद वह बेहोश होकर गिर गई। इतने में इमारत गिर गई। बताया जा रहा है कि हादसे में कई लोगों को चोटें आई हैं जबकि एक फायरकर्मी और बच्ची की हालत गंभीर है।
एक किलोमीटक तक सुनाई दी आवाज स्थानीय लोगों के अनुसार, जब सिलेंडर फटा और इमारत गिरी तो इसकी आवाज करीब एक किलोमीटर तक सुनाई दी। इसके बाद आनन-फानन में लोग राहत और बचाव कार्य के लिए दौड़े। मौके पर पहुंची पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने बचाव व राहत कार्य शुरू किया। मलबा ज्यादा होने के कारण एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया।