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यूपी के मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने दिया आदेश फर्जी आधार कार्ड की 19 प्रतिलिपि बरामद इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए निवाड़ी थाना के प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि मुखबिर के द्वारा इस तरह की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसके बाद इन पर पूरी नजर रखी जा रही थी और पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले स्थान पर छापेमारी की तो मुखबिर के द्वारा जो सूचना प्राप्त हुई थी वह सही पाई गई। इनके कब्जे से फर्जी आधार कार्ड की 19 प्रतिलिपि भी बरामद हुई हैं। उन्होंने बताया कि गहन जांच की गई तो पता चला कि गांव झलावा का आशीष व दिल्ली के प्रताप नगर का हंस दोनों काफी पुराने दोस्त हैं। करीब 3 महीने पहले इन दोनों ने फर्जी आधार कार्ड बनाने की योजना तैयार की और तमाम उपकरण एकत्र करते हुए इन्होंने गांव झलावा में ही फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम शुरू कर दिया।
आधार कार्ड बनाने के लिए ₹200 शुल्क उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह आधार कार्ड बनाने के लिए केवल ₹200 शुल्क लेते थे। इसके बाद तमाम सॉफ्टवेयर के माध्यम से एडिटिंग कर आधार कार्ड बना दिया करते थे। उस पर नंबर भी मनमाफिक ही लिख देते थे। दोनों आरोपी अभी तक 100 से भी ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। इनमें अधिकांश बच्चों के आधार कार्ड शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों की आधार कार्ड ये लोग इसलिए ज्यादा बनाते थे। क्योंकि बच्चों के आधार कार्ड का इस्तेमाल कम होता है। इसीलिए इन लोगों के मन में आया कि ज्यादातर बच्चों के ही आधार कार्ड बनाए जाएं।
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Heat Wave: यूपी में इस हफ्ते चलेंगे लू के थपेड़े, 44 डिग्री पार कर सकता पारा आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि इन दोनों को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और अभी यह भी देखा जा रहा है। कि गांव का कोई अन्य व्यक्ति तो इनके गैंग में शामिल नहीं था। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि इस तरह के लोगों से बचकर ही रहा जाए और सरकारी साइट के माध्यम से ही ही आधार कार्ड आदि व अन्य दस्तावेज बनवाए जाएं।