यह भी पढ़ें-
बुजुर्ग से मारपीट और दाढ़ी काटने के मामले में राहुल के ट्वीट पर सीएम योगी का पलटवार, ओवैसी ने की ये मांग उल्लेखनीय है कि सरकार ने आईटी एक्ट की धारा-79 के तहत ट्विटर को मिलने वाली कानूनी कार्रवाई की छूट को समाप्त कर दिया है। केंद्र सरकार ने ट्विटर को पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर नए आईटी कानूनों की पालना नहीं की गई तो आईटी कानून के तहत दायित्व से मिली छूट वापस ले ली जाएगी। इसके साथ ही नए आईटी एक्ट और अन्य दंडात्मक प्रावधान के साथ कार्रवाई हो सकती है। बताया जा रहा है कि 25 मई को ही छूट के प्रावधान को खत्म कर दिया गया था। वहीं, ट्विटर ने 15 जून को ही कहा था कि अंतरिम मुख्य अनुपालन अधिकारी की नियुक्ति हो चुकी है। जल्द ही ब्योरा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से साझा करेंगे। बता दें कि ट्विटर ही एकमात्र ऐसा प्लेटफॉर्म है, सरकार के कई नोटिस के बाद भी नए आईटी एक्ट का पालन नहीं किया।
गाजियाबाद पुलिस ने दर्ज किया सबसे पहले केस बता दें कि गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र के बेहटा हाजीपुर में बुलंदशहर के एक बुजुर्ग को बंधक बनाकर मारपीट की गई और उनकी दाढ़ी तक काट दी गई। इसका वीडियो बनाकर ट्विटर पर वायरल कर दिया गया। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिफ्तार करते हुए खुलासा किया। एसपी देहात डॉ. ईराज राजा ने बताया कि जांच करने पर पाया कि पीड़ित अब्दुल समद 5 जून को बुलंदशहर से लोनी बॉर्डर स्थित बेहटा आया था। जहां से एक अन्य व्यक्ति के साथ मुख्य आरोपी प्रवेश गुर्ज के घर लोनी के बंथला गया था। प्रवेश के घर पर कुछ समय में अन्य युवक कल्लू, पोली, आरिफ, आदिल और मुशाहिद आदि आ गए और प्रवेश के साथ मिलकर बुजुर्ग से मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान अब्दुल समद से अभद्रता भी की गई। इसी बीच किसी ने मारपीट और अभद्रता का वीडियो बना लिया और उसे ट्विटर पर वायरल कर दिया। अब पुलिस ने इस मामले में ट्विटर इंडिया समेत 9 के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की है।
ट्विटर इंडिया ने वीडियो को वायरल होने से नहीं रोका पुलिस का आरोप है कि ट्विटर इंडिया समेत सभी आरोपियों ने घटना को गलत तरीके से सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया। गाजियाबाद पुलिस के अनुसार, ट्विटर इंडिया ने वीडियो को वायरल होने से रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। एसपी देहात ने बताया कि वीडियो में जो दिखाया गया है, सच्चाई उससे अलग है। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग ताबीज बनाने का काम करता है। उसने कुछ लोगों के ताबीज बनाए थे। जब लोगों फायदे के स्थान पर नुकसान हो गया तब उन्होंने बुजुर्ग से अभद्रता और मारपीट की थी। जबकि ट्विटर इंडिया ने वीडियो को मैन्यु प्युलेटेड मीडिया का टैग नहीं दिया। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग ने एफआईआर मे जय श्रीराम के नारे लगवाने और दाढ़ी काटने की बात दर्ज नहीं कराई है।