मामला मामला गाजियाबाद के लोनी इलाके का है। जहां खून का बदला खून से लेने के लिए तीन लोगों को गोली मार दी गई। जानकारी के मुताबिक इलाके के रहने वाले देवेंद्र और उनके बेटे विक्की पर साल 2015 में नरेश नाम के युवक की हत्या का आरोप लगा था। जिसके बाद वह जेल गए थे और हाल ही में जमानत पर बाहर आए थे। लेकिन बीती शाम पिता देवेंद्र और बेटा विक्की कॉलोनी में अपने घर के बाहर बैठे हुए थे। तभी बाइक पर तीन बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। जिसमे गोली देवेंद्र के पेट में, और विक्की के सर में गोली लगी। वहीं पड़ोस में रहने वाला अंकित भी बैठा था जिसे अंगूली में चोट लगी है। गोली की आवाज सुनकर आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए और आनन-फानन में घायलों को अस्पताल ले कर पहुंचे। लेकिन रास्ते में ही विक्की में दम तोड़ दिया। जबकि देवेंद्र और अंकित का इलाज चल रहा है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे परिजन काफी घबराए हुए है।
पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस पुरानी रंजिश के साथ ही तमाम एंगल से जांच में जुट गई है। फिलहाल लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जिन लोगों पर शक है उनके सभी ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द मामले में गिरफ्तारी कर ली जाएगी। वैसे बता दें कि एनसीआर में खून का बदला खून लेने की प्रथा नई नहीं है। इससे पहले भी कई बार ऐसी वारदात सामने आई, जिसमें सालों से चली आ रही रंजिश वर्तमान में खून बहाने की वजह बनती आई है।