इस इमारत के ऊपर वाले फ्लैट में रहने वाले लोगों को खिड़की के माध्यम से सुरक्षित बाहर निकाला। गनीमत रही कि सूचना के आधार पर समय रहते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। ऊपर रहने वाले लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
जानकारी के मुताबिक इंदिरापुरम इलाके के ज्ञान खंड एक में प्लॉट नंबर 47 पर तीन मंजिल मकान बना हुआ है। जिसमें अलग-अलग फ्लोर पर 3 परिवार रहते हैं। मंगलवार को अचानक ही निचले वाले फ्लोर में भीषण आग लग गई। जैसे ही यह भयानक हादसा हुआ और धोनी की लपट ऊपर के फ्लैट में जाने लगी। तो ऊपर रहने वाले लोग फ्लैट में ही फंसे रहे और खिड़की से झांक कर बचाओ-बचाओ चीखने लगे। जैसे ही आसपास के लोगों ने आग की लपट और धुआं निकलते देखा। ऊपर के फ्लैट में रहने वाले लोगों की चीख पुकार सुनी तो इसकी सूचना आनन-फानन में स्थानीय पुलिस व दमकल विभाग को दी गई।
सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग की टीम 2 गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंची। सबसे पहले इस इमारत के पिछले हिस्से में बनी खिड़कियों के माध्यम से ऊपर के दोनों फ्लैटों में फंसे 60 वर्षीय आदर्श कुमार, 81 वर्षीय शांति देवी ,शारदा देवी पत्नी श्री किशन, के अलावा कक्षा 9 में पढ़ने वाली 14 वर्षीय सारा और कक्षा 6 में पढ़ने वाला 11 वर्षीय पार्थ कुमार को सुरक्षित बाहर निकाला गया। यानी दमकल विभाग की टीम इन के लिए फरिश्ता बनकर मौके पर पहुंची औऱ जब तक इस इमारत में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर नहीं निकाल लिया गया। तब तक इन लोगों के अलावा स्थानीय लोगों की भी सांस अटकी रही। दमकल विभाग की टीम ने इमारत के निचले हिस्से में लगी आग पर कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया गया। गनीमत रही कि दमकल विभाग की टीम मौके पर समय से ही पहुंच गई। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। बहरहाल इस हादसे के बाद किसी तरह की जनहानि तो नहीं हुई। लेकिन लाखों का माल जलकर राख हो गया आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है।