जानकारी के मुताबिक, लोनी कोतवाली क्षेत्र की डीएलएफ कॉलोनी में रहने वाले राजनाथ गुप्ता अपनी 4 माह की गर्भवती पत्नी रागिनी के साथ अपनी ज्वेलरी शॉप पर बैठे हुए थे। इसी बीच बाइक सवार दो लोग आए और अंगूठी दिखाने के लिए कहा जैसे ही राजनाथ गुप्ता ने एक ट्रे में डालकर अंगूठी दिखाई तो उन्होंने कुछ अंगूठियां अपनी जेब में रख ली। राजनाथ ने विरोध किया तो बदमाशों ने तमंचा दिखा दिया और काउंटर के अंदर की तरफ चले गए। तमंचे के बल पर उन्होंने तिजोरी की चाबी मांगी और तिजोरी में रखे करीब 4 लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवरात और 10 हजार रुपये बैग में लेकर जाने लगे। इस दौरान विरोध करने पर बदमाशों गोली भी चलाई। जैसे ही बदमाश भागने लगे तो राजनाथ गुप्ता की गर्भवती पत्नी रागिनी ने बैग छीनने का प्रयास किया। बदमाशों ने रागिनी के साथ जमकर मारपीट की और उनके पेट में लात भी मारी। इससे रागिनी का 4 महीने का गर्भ भी गिर गया। इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई है। आरोप है कि पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से नहीं लिया है।
पीड़ित ज्वेलर्स का आरोप है कि यह सूचना जब उन्होंने पुलिस को दी तो स्थानीय चौकी इंचार्ज ने पूरे मामले को झगड़े का रूप देते हुए दबाने का प्रयास किया। हालांकि यह मामला जब मीडिया के सामने आया तो दोबारा पुलिस के आला अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई। रविवार की शाम खुद एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने इस घटना की जानकारी ली तो लूट की बात ही सामने आई। इसके बाद तत्काल प्रभाव से एसपी देहात ने लूट में मामला दर्ज करने के आदेश दिए।
इस पूरे मामले में एसपी देहात नीरज कुमार जादौन का कहना है कि इस वारदात की जानकारी स्थानीय चौकी इंचार्ज ने थाना अध्यक्ष को दी थी। उन्होंने लूट की जानकारी ने देकर झगड़े की सूचना दी थी। एसपी देहात का कहना है कि इस पूरे मामले में दोषी पुलिसकर्मियों की भी गहनता से जांच की जा रही है। यदि तथ्य सामने आते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।