बता दें की हापुड़ के सिटी कोतवाली क्षेत्र के शांतिनगर के रहने वाले शोभित शर्मा 14 साल पहले सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे, जिनकी ड्यूटी अब छत्तीसगढ़ के सुकमा में थी। मंगलवार को सुकमा में हुए नक्सलियों के हमले में नौ जवान शहीद हो गए हैं, जिनमें हापुड़ के शोभित शर्मा भी शामिल हैं। जब शोभित शर्मा के शहीद होने की सूचना हापुड पहुंची तो उनके घर में चीख चित्कार मच गई। शोभित शर्मा का पैतृक गांव बाबूगढ़ क्षेत्र का गांव मुदाफरा है। जैसे ही शहीद की सूचना उनके पैतृक गांव पहुंची तभी से धौलाना के साठा चौरासी क्षेत्र में एक तरफ शोक की लहर दौड़ उठी है। वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र की जनता को अपने इस लाल की शहादत पर फक्र हो रहा है। अब क्षेत्र की जनता नक्सली समस्या पर देश के प्रधानमंत्री से ठोस कदम उठाने की बात कह रही है।
शोभित शर्मा स्वर्गीय राधेश्याम शर्मा के चार पुत्रों में से तीसरे नंबर के पुत्र थे। स्वर्गीय राधेश्याम शर्मा हापुड़ के चचोई गांव के प्राइमरी स्कूल से प्रधानाध्यापक के पद से रिटायर हुए थे। शोभित अभी दो दिन पहले ही होली के छुट्टियां काटकर ड्यूटी के लिए छत्तीसगढ़ के लिए गए थे। शहीद शोभित शर्मा का इकलौता पुत्र कृष्णा (8 वर्ष) शहर के मिशन स्कूल में तीसरी क्लास में पढ़ता है। आज दोपहर 12 बजे के करीब शहीद शोभित शर्मा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव मुदाफरा में किया जाएगा। शहीद के अंतिम संस्कार में क्षेत्र की जनता व जिले के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिले के प्रभारी मंत्री सत्यदेव पचौरी भी शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि नक्सली हमले शहीद हुए जवानों के परिजनों को प्रदेश सरकार ने 25 लाख का मुआवजा देने का भी बात कही है।