यह भी पढ़ें-
सरकार किसानों को केवल तारीख पर तारीख देती है : अजय लल्लू बता दें कि कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में किसान गाजियाबाद के गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद 28 को गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों को वहां से उठने के लिए जिला प्रशासन ने अल्टीमेटम दिया था। उस दौरान तमाम सुरक्षा बल तैनात किया गया था, लेकिन इसी बीच आरोप लगे कि भाजपा विधायक सुनील शर्मा और नंदकिशोर गुर्जर ने समर्थकों के साथ धरना स्थल पहुंचकर किसानों को धमकाने की बात कही है। राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि विधायक अपने समर्थकों के साथ डंडे लेकर उनको हटाने का प्रयास कर रहे हैं। पहले धरना खत्म करने की बात कह चुके राकेश टिकैत ने इसके बाद यू-टर्न लेते हुए धरना जारी रखने का ऐलान कर दिया।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने इसके बाद भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर पर गंभीर आरोपों की बोछार शुरू कर दी। टिकैत ने कहा कि विधायक नंद किशोर गुर्जर ने धरनारत किसानों को पहले तमाम तरह की सुविधा उपलब्ध कराई थी और अब उठाने की बात कर रहे हैं। इस बात को लेकर बाकायदा राकेश टिकैत ने एक बयान जारी किया था, जिसके बाद से गाजियाबाद के राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई। अब इसके पलटवार में भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बयान जारी करते हुए कहा है कि यदि उन पर लगे आरोप सिद्ध होते हैं तो वह अपने विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे और राजनीति भी छोड़ देंगे।