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आगरा के जनकपुरी महोत्सव में हिंसक हुआ सांड, मासूम बच्चे को सड़क पर पटका पकड़ से भाग निकला था परवेज आलम बता दें कि खुफिया एजेंसी एटीएस ने शनिवार को गांव कलछीना और नेकपुर में छानबीन की थी। इससे पहले एटीएस की टीम ने बुधवार रात नेकपुर में छापेमारी करते हुए मुफ्ती शहजाद को हिरासत में लिया था और उसे अपने साथ ले गई थी। जबकि गुरुवार सुबह भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव कलछीना में टीम ने छापा मारकर परवेज आलम को पकड़ लिया था। लेकिन तभी क्षेत्र की कुछ महिलाएं एटीएस से उलझ गई थीं जिसका फायदा उठाते हुए परवेज आलम मौके से फरार हो गया था। जबकि हिरासत में लिए गए उसके भाई और पिता का पुलिस ने शांतिभंग की धाराओं में चालान कर दिया था।
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UP में अब NRC और CAA का विरोध करने वालों पर NIA की नजर, ये भी रडार पर सैकड़ों युवा के पीएफआई से जुड़े होने की आशंका बताया जाता है कि शनिवार को भी भोजपुर पुलिस और एटीएस ने कलछीना गांव में डेरा डाले रखा। टीम यह पता लगाने में लगी है कि कलछीना के साथ आसपास के गांवों में पीएफआई के कितने सदस्य सक्रिय हैं। बताया जा रहा है कि मोदीनगर और मुरादनगर क्षेत्र में सैकड़ों युवा पीएफआई से जुड़े हुए है। बता दें कि मुफ्ती शहजाद, परवेज आलम के साथ मिलकर वेस्ट यूपी में पीएफआई का नेटवर्क तैयार कर रहा है। परवेज और शहजाद पर विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। वह पीएफआई की आड़ में मुस्लिम समाज के युवकों को उकसा रहे थे।