इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक के बड़े भाई देवेंद्र की तहरीर पर राकेश वर्मा और उसकी मां फूला देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिसके आधार पर राकेश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभियुक्त एक शातिर किस्म का अपराधी है जो अपने नजदीकी लोगों को प्रोपर्टी के कारोबार में पैसा लगवाता और कम समय में अधिक लाभ देने का लालच देता है। अभियुक्त ने पूछताच में बताया कि उसने अपने साढ़ू गुलशन से प्रोपेर्टी कारोबार में पैसा लगवाया था। जिसमें गुलशन ने अपने अलावा अपने अन्य परिचितों से पैसे लेकर भी लगाया था।
प्रोपर्टी कारोबार में लगाया था पैसा राकेश वर्मा का कहना है कि जिन लोगों से पैसा लेकर गुलशन ने उसके प्रोपेर्टी कारोबार में लगाया उनमें से अधिक को वह नहीं जानता। लेकिन, प्रवीण बक्शी जो गुलशन का करीबी है और सीए है का पैसा भी गुलशन ने राकेश के कारोबार में लगाया था। गुलशन और प्रवीण बक्शी ने उस पर दवाब बनाकर चैकों पर हस्ताक्षर भी कराए थे और 100 रुपये के स्टांप पर एग्रीमेंट भी कराया था।
आरोपी जा चुका है जेल आरोपी राकेश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि गुलशन और प्रवीण ने उसके और उसकी मां फूला देवी के खिलाफ पहले से थाना साहिबाबाद में दो मुकदमे भी दर्ज कराए थे। जिसमें उसे और उसकी मां को जेल भी जाना पड़ा था। जिसमें उसकी जमानत हुई।
आरोपी ब्याज पर लेता था पैसे एसएसपी ने बताया कि आरोपी का कहना है कि वह पूरा पैसा पांच प्रतिशत के ब्याज पर लेता था और इसके हिसाब से उसके साढ़ू गुलशन को पैसा वापस करना था। उसने 98 लाख रुपये वापस कर दिए थे, लेकिन गुलशन और प्रवीण बक्शी का कहना था कि अबी 1 करोड़ 39 लाख रुपये ब्याज सहित शेष हैं। राकेश के खिलाफ धारा 302 व 306 में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं गुलशन की दो पत्नी के सवाल पर एसएसपी ने कहा कि अभी इसकी पुष्टी नहीं हो सकी है।
यह था मामला गौरतलब है कि घटना मंगलवार को गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम इलाके के वैभव खंड स्थित कृष्णा सफायर सोसायटी में घटी थी। 805 नंबर फ्लैट में रहने वाले गुलशन ने अपनी पत्नी परमीना और मैनेजर संजना के साथ आठवीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इससे पहले गुलशन के दो बच्चों रितिक और रितिका की हत्या कर दी गई थी। सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण आर्थिक तंगी बताया गया था। इसमें गुलशन ने अपने साढ़ू राकेश वर्मा को जिम्मेदार ठहराया था। घर की दीवार पर सुसाइड नोट के अलावा 10 हजार रुपये भी चिपके मिले थे। इसमें 500 रुपये के 18 नोट थे जबकि बाकी 100-100 के नोट थे। साथ ही में लिखा था कि ये उनकी क्रियाकर्म के पैसे हैं।