दरअसल, 10 फरवरी को राजनगर सेक्टर-दो में रहने वाले टूर एंड ट्रेवल्स का काम करने वाले अमित अरोड़ा का 12 वर्षीय पुत्र मौर्य अरोड़ा शाम सात बजे घर के बाहर से लापता हो गया था। हालाकि, अपहरणकर्ता जाते हुए बच्चे की चप्पल कॉलोनी के सुरक्षा गेट के बाहर ही फेंक गए थे। पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने के बाद अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए जुटी हुई थी, लेकिन अपहरणकर्ताओं व पीड़ित परिवार के बीच हो रही बातचीत का पुलिस को आभास नहीं था। 15 फरवरी को पीड़ित परिवार फिरौती की रकम देकर बच्चे को छुड़ाया लाया था, लेकिन इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गई। दो दिन बाद पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी गई।
इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा करते हुए इस संबंध में गाजियाबाद के एसपी सिटी श्लोक कुमार ने इस अपहरण कांड की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से 8 लाख रुपये की नगदी भी बरामद कर ली गई है। साथ ही तीन तमंचे व दो चाकू बरामद किए हैं। पकड़े गए बदमाश सोनू पुत्र करमचंद्र निवासी गाजियाबाद, प्रदीप पुत्र राजेंद्र निवासी पड़पड़गंज दिल्ली, पवन पुत्र तौजीराम निवासी दिल्ली व प्रमोद पुत्र कैलाश व प्रमोद पुत्र संजीत दोनों सिहानी गेट थाना क्षेत्र हैं।