ये वो बात है जिसने केस की गुत्थी उलझा दिया है। हालांकि, पत्रिका इन बातों की पुष्टि नहीं करता। मिली जानकारी के अनुसार, मोहंदी (मगरलोड) निवासी 19 साल की रीना सिन्हा 8 फरवरी को शादी कर पांडुका से लगे अतरमरा गांव में शादी होकर आई थी। उसके गर्भ में 4 माह का बच्चा था। इसलिए वह टीकाकरण करवाने बीत दिनों आंगनबाड़ी भी गई थी।
पड़ोसियों ने बताया कि वह शारीरिक रूप से उसे कोई समस्या नहीं थी। वह अच्छी-खासी चल-फिर रही थी। ससुराल पक्ष से बात करने पर उनका कहना था, 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी थी। त्योहार में काम-काज बढ़ जाता है। ऐसे में जब वही काफी देर बाद भी अपने कमरे से बाहर नहीं आई तो देवर लीलाराम को उसे उठाने के लिए भेजा गया।
काफी कोशिशों के बाद भी जब वह नहीं उठी तो उसे स्थानीय डॉक्टर के पास ले जाया गया। उसने उन्हें नवापारा के एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया। फिर यहां से भी उसे राजिम के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। डॉक्टरों ने यहां जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
इसकी सूचना मायके पक्ष को दी गई। इधर, राजिम पुलिस ने भी मामले में जीरो एफआईआर दर्ज कर लिया है। अब ये केस लोकल यानी पांडुका पुलिस को ट्रांसफर किया जाएगा। पीएम के बाद युवती की बॉडी परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दी गई है। पत्रिका ने इस बारे में मायके पक्ष वालों से भी बात करने की कोशिश की। संपर्क नहीं हो पाया।
अकलतरा की युवती के मौत के मामले में राजिम थाने में जीरो रिपोर्ट दर्ज की गई है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद केस डायरी तैयार कर पांडुका थाने को भेज देंगे। आगे की जांच वहीं से होगी। – नकुल सिदार, सहायक निरीक्षक, राजिम थाना
फिलहाल हमारे पास केस डायरी नहीं आइ है। एक बार डायरी आ जाए, उसके बाद ही मैं आपको केस के बारे में अधिक जानकारी दे पाऊंगा। – ओमकार साहू, हैड कॉन्स्टेबल, पांडुका वो बातें जो मौत को रहस्यमयी बनाती हैं…
1. कोई मां खुद की जान दे सकती है। लेकिन, अपने बच्चों को कभी मरने नहीं देगी। गर्भवती होने की बात भलीभांति पता होने के बाद भी रीना ने ऐसा कदम क्यों उठाया? 2. युवती को अपने होने वाले बच्चे की फिक्र थी। इसीलिए वह कुछ दिन पहले ही टीकारकरण करवाने आंगनबाड़ी गई थी। फिर ऐसी क्या मजबूरी कि जान दे दी?
3. सुसाइड नोट में उसने खुद का गला दबाकर जान देने की बात कही है। इसके पीछे क्या वजह रही, इसका कही उल्लेख नहीं है। जबकि, आमतौर पर ऐसा नहीं होता। 4. युवती के गले में उंगलियों के निशान मिले हैं। लेकिन, ये बात समझ से परे है कि कोई कैसे अपना ही गला घोंटकर जान दे सकता है।