मुस्लिम धर्म गुरु शहर काजी शाह नियाज अली और पंडित विजय आनंद गिरी ने गंगा जमुनी सभ्यता को जीवंत रखने के लिए प्रयास किए। दोनों एक मोटरसाइकिल पर साथ घूमे और शहर के गली मोहल्लों में जगह—जगह रुककर लोगों को शांति का पाठ पढ़ाया। शहर के भ्रमण के बाद मुस्लिम गुरु पंडित विजय आनंद गिरी को उनके मंदिर तक छोड़ने के लिए गए। वहां गले मिलकर सुख, शांति और अमन चैन के लिए प्रार्थना भी की। उन्होंने कहा कि कोर्ट का निर्णय हितकर है। इस पर किसी प्रकार की बहस नहीं होनी चाहिए।