scriptVivo के IPL 2020 से हटने से BCCI से लेकर Broadcaster तक किसे कितना फायदा और नुकसान | Vivo Exit IPL 2020, Who benefits or losses from BCCI to Broadcaster | Patrika News
फाइनेंस

Vivo के IPL 2020 से हटने से BCCI से लेकर Broadcaster तक किसे कितना फायदा और नुकसान

BCCI और Vivo के बीच हुआ था 440 करोड़ रुपए Main Sponsorship Agreement
जानकारों के अनुसार देश की कई कंपनियां IPL 2020 की Main Sponsorship लेने में सक्षम

Aug 06, 2020 / 01:25 pm

Saurabh Sharma

Vivo Exit IPL 2020, Who benefits or losses from BCCI to Broadcaster

Vivo Exit IPL 2020, Who benefits or losses from BCCI to Broadcaster

नई दिल्ली। भारत चीन टेंशन ( India China Tension ) जब से शुरू हुई है, तब से देश में चीनी कंपनियों और उनके सामान के बॉयकॉट ( Chinese Products Boycott ) को लेकर मुहिम शुरू हो गई है। हाल ही में चीनी मोबाइल कंपनी और आईपीएल 2020 ( IPL 2020 ) का मेन स्पांसर वीवो ( Vivo ) इवेंट से एग्जिट हो गया है। इस खबर ने सभी को हैरत में डाल दिया है। कहा यह भी जा रहा है कि भारत में चीनी सामान के बायकॉट की वजह से यह फैसला लिया है, लेकिन अभी कुछ साफ नहीं कहा जा सकता है। अब सवाल यह है कि वीवी के जाने से आखिर बीसीसीआई ( BCCI ) और ब्रॉडकास्टर स्टार इंडिया ( Star India ) को क्या नुकसान या फायदा हो सकता है। आइए जानने की कोशिश करते हैं।

बीसीसीआई को फायदा या नुकसान?
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार वीवो और बीसीसीआई के 440 करोड़ रुपए का एग्रीमेंट हुआ था। अब यह एग्रीमेंट पर डिपेंड करता है कि आखिर बीसीसीआई को कंपनी को रकम देनी पड़ी या फिर नहीं। जानकारों की मानें तो वीवो आईपीएल शुरू होने से कुछ महीने बाहर हो गई है। दोनों संस्थानों के बीच का एग्रीमेंट तय करेगा कि आखिर रुपयों का नुकसान किसे ज्यादा हुआ है? अगर एग्रीमेंट वीवो के फेवर में होगा तो बीसीसीआई को रुपए देने पड़े होंगे। वर्ना नुकसान वीवो को भी होने की संभावना है।

यह भी पढ़ेंः- RBI MPC से पहले लौटी Share Market में रौनक, Sensex 230 अंकों तक उछला

अगर नहीं मिलता स्पांसर
यह तय हो चुका है कि आईपीएल 2020 यूएई में खेला जाएगा। ऐसे में भारत को टूर्नामेंट शुरू होने से पहले स्पांसर नहीं मिलता है तो मैचों के आयोजन से पहले होने वाले खर्चों का वहन खुद बीसीसीआई को करना होगा। जो कि एक बड़ी रकम होती है। खिलाडिय़ों के होटल बुकिंग से लेकर ग्राउंड बुक कराने तक की पूरी जिम्मेदारी बीसीसीआई को लेनी होगी। ऐसे में बीसीसीआई पर आईपीएल को कराने का आर्थिक बोझ काफी बढ़ जाएगा।

सक्षम है बीसीसीआई
दिशा कंयूनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड यूपी-हरियाणा के बिजनेस हेड अमर त्यागी के अनुसार वीवी के जाने से बीसीसीआई के लिए कोई चिंता की बात नहीं है। अगर कोई स्पांसर नहीं भी मिलता है तो बीसीसीआई आईपीएल का खर्चा उठाने में काफी सक्षम है। बीसीसीआई खुद आईपीएल का आयोजन बिना स्पांसर के करा सकता है। दुनिया का सबसे बोर्ड और दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग का आयोजक आर्थिक रूप से बिल्कुल भी कमजोर नहीं है।

यह भी पढ़ेंः- Vivo के Exit के बाद Byjus या Coca-Cola हो सकते हैं IPL 2020 के Main Sponsor

कई इंडियन कंपनी कतार में
अमर त्यागी के अनुसार अगर बात स्पांसरशिप की ही है तो आईपीएल अपने आप में खुद इतना बड़ा ब्रांड है कि उसके बाद देश की कोई भी कंपनी जुड़ सकती है। देश में ऐसी कई कंपनियां हैं जैसे रिलायंस, पेटीएम, बायजूस काफी कंपनियां बीसीसीआई के साथ जुड़ सकती है। आरआईएल की तो खुद की आईपीएल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस भी है, जो दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट फ्रेंचाइजी में से एक है। ऐसे में बीसीसीआई के पास स्पांसरशिप की कोई कमी नहीं है।

स्टार इंडिया को हो सकता है नुकसान
वहीं बात ब्रॉडकास्टर की करें तो स्टार इंडिया को वीवो के जाने का नुकसान उठाना पड़ सकता है। आईपीएल के दौरान वीवो के काफी एड देखने को मिलते हैं। अब इसमें कमी या बिल्कुल भी देखने को नहीं मिल सकते हैं। अगर वीवो अपने एड आईपीएल के दौरान हटाता है तो स्टार इंडिया को 200 से 250 करोड़ रुपए के नुकसान की संभावना है।

यह भी पढ़ेंः- मैन्युफैक्चरिंग के बाद अब Service Sector में भी गिरावट, मांग और रोजगार में कमी बनी वजह

दूसरी चीनी कंपनियां भी दिख सकती हैं कम
वहीं वीवो के हटने से आईपीएल के दौरान दूसरी चीनी कंपनियों के ब्रांड भी कम देखने को मिल सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईपीएल के दौरान ओप्पो, रियलमी, वन प्लस, रेडमी एवं शियाओमी, हुवावे, जेडटीई, लेनेवो, मीजू, कूलपैड, जोपो, टेक्नो आदि कंपनियां कम से कम 600 से 700 करोड़ रुपए का एड देती हैं। जो इस बार कम होने की संभावना है। इस बार वीवो की वजह से स्टार इंडिया और हॉट स्टार को 500 करोड़ रुपए के नुकसान होने की संभावना है।

यह भी पढ़ेंः- Loan Moratorium बढ़ेगा या नहीं, आज हो जाएगा RBI MPC में फैसला

1500 करोड़ रुपए के रेवेन्यू लॉस की संभावना
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्टार इंडिया को इस साल 3000 करोड़ रुपए रेवेन्यू होने की संभावना थी, लेकिन भारत और चीन के बीच टेंशन की वजह से संभावित रेवेन्यू में 50 फीसदी की नुकसान सानी 1500 करोड़ रुपए के नुकसान होने की संभावना है। पिछले साल आईपीएल के 12वें एडिशन में स्टार इंडिया के रेवेन्यू में 20 फीसदी का उछाल हुआ था और 2200 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला था। जबकि टेलीविजन और डिजिटल प्लेटफॉर्म से 2018 में कंपनी को 1750 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला था। इस साल कंपनी को इस नंबर तक पहुंचने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

Hindi News / Business / Finance / Vivo के IPL 2020 से हटने से BCCI से लेकर Broadcaster तक किसे कितना फायदा और नुकसान

ट्रेंडिंग वीडियो