इस वजह से शाम को बजट किया जाता था पेश
दरअसल दो दशक पहले केंद्रीय बजट शाम के पांच बजे पेश किया जाता था। शाम को बजट पेश करने की ये परंपरा अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही है। माना जाता है कि शाम 5 बजे बजट इसलिए पेश किया जाता था क्योंकि नई दिल्ली और लंदन के बीच टाइम जोन का गैप है। दरअसल, आजादी से पहले ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स और हाउस ऑफ लॉर्डस के सदस्यों को भारत का बजट सुनना होता था, जिसकी वजह से भारत का बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था। बता दें कि उस समय लंदन में सुबह के 11 बजे होते थे।
वाजपेयी ने बदली शाम को बजट पेश करने की परंपरा
शाम 5 बजे बजट पेश करने की परंपरा को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में बदली गयी। उस समय के तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने सबसे पहले साल 1999 में सुबह 11 बजे बजट पेश करने की परंपरा शुरू की। इसके बाद से ही बजट सुबह 11 बजे पेश होने लगा। बता दें कि भारत में बजट पेश करने का इतिहास लगभग 160 साल पुराना है। देश के लिए सबसे पहला बजट 18 फरवरी, 1869 को जेम्स विल्सन ने पेश किया था। इन्हें भारतीय बजट का जनक कहा जाता है।