मंत्री ने कहा कि कल्याण कर्नाटक क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता मानक से नीचे है और इसलिए सरकार ने सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकारी स्कूलों में बहुत सारी कमियां हैं, लेकिन उम्मीद की वजह यह है कि सरकारी स्कूलों में सबसे मेहनती और प्रतिभाशाली शिक्षक पाए जाते हैं।
कन्नड़ पुस्तक प्राधिकरण की अध्यक्ष मानसा ने कहा कि ऐसी शिकायतें हैं कि वर्तमान समय में बच्चे मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के आदी हो गए हैं। लेकिन इसके सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलू हैं और बच्चों को तकनीक के केवल सकारात्मक पहलुओं का उपयोग करने के लिए मार्गदर्शन करना अनिवार्य है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा बच्चों ने फैंसी ड्रेस कार्यक्रम भी आयोजित किए। स्कूलों के लिए शुरू की गई विभिन्न सरकारी परियोजनाओं, मैसूरु की विरासत, मैसरु के राजाओं, मैसरु की विशेषताओं, कर्नाटक के इतिहास, औषधीय पौधों, हस्तशिल्प वस्तुओं की प्रदर्शनी आदि को प्रदर्शित करने वाले विशेष स्टॉल भी लगाए गए।