कब-कब सर्वार्थ सिद्धि योग
पं. लेखराज शर्मा का कहना है कि बैसाख का माह अत्यंत शुभ फलदायी होता है। इस माह में 8 बार सर्वार्थ सिद्धि योग, 2 बार अमृत सिद्धि योग और 2 बार त्रिपुष्कर योग रहेगा। बैसाख माह बुधवार से शुरू होकर 23 मई तक रहेगा। इस माह में वल्लभाचार्य, आदि शंकराचार्य, रामानुजाचार्य, बगलामुखी और नरसिंह जयंती भी रहेगी। इसी माह में अनेक व्रत पर्व भी रहेंगे।
भगवान विष्णु की पूजा का विधान
पं. लेखराज शर्मा का कहना है कि बैसाख का माह श्रेष्ठ फलदायी माना जाता है। इस माह में भगवान विष्णु की पूजा करना शुभ होता है। साथ ही भगवान भोलेनाथ के लिए जलधारी भी रखी जाती है। इस माह में तुलसी और पीपल के पेड़ की पूजा करने का भी विधान है। पूरे माह आराधना करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा की प्राप्ति होती है।
अक्षय तृतीया का अबूझ मुहूर्त
बैसाख माह में शुक्ल पक्ष तृतीया पर अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा। इसे आखा तीज भी कहा जाता है। पूरे साल में यह दिन अबूझ मुहूर्त होता है। इसलिए यह दिन खरीदारी, नवीन कार्य की शुरुआत,शादी विवाह सहित मांगलिक कार्यों के लिए अबूझ माना जाता है। अक्षय तृतीया 10 मई को रहेगी। साथ ही इस बार गुरु और शुक्र अस्त होने के कारण मई, जून में विवाह नहीं है, क्योकि विवाह के लिए गुरु, शुक्र का उदित होना जरूरी होता है, लेकिन अबूझ मुहूर्त होने से कई लोग विवाह करेंगे। बैसाख में इस तारीख को पड़ेंगे ये व्रत और त्योहार
- 27 अप्रैल संकष्ठी चतुर्थी
- 28 अप्रैल तेग बहादुर जयंती
- 29 अप्रैल अर्जुनदेव जयंती
- 01 मई शीतला अष्टमी
- 04 मई वरुथिनी एकादशी, वल्लभाचार्य जयंती
- 05 मई प्रदोष व्रत
- 08 मई स्नानदान अमावस्या
- 12 मई शंकराचार्य जयंती
- 13 मई रामानुजाचार्य जयंती
- 14 मई गंगा सप्तमी
- 16 मई बगलामुखी जयंती
- 19 मई मोहिनी एकादशी
- 20 मई प्रदोष व्रत
- 21 मई नृसिंह जयंती