पं. रामनारायण आचार्य का कहना है कि पौष माह धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण होता है। इस माह में सूर्यदेव की आराधना करना अत्यंत फलदायी होता है। जिनका सूर्य कमजोर है, उन्हें इस माह में सूर्य आराधना करना चाहिए, इससे विशेष लाभ होता है। पौष माह में अनेक महिलाएं रविवार को सूर्य के निमित्त व्रत करती है, इसे अलोना व्रत भी कहते हैं, जो बिना नमक के होता है। सूर्य अस्त के पहले भोजन ग्रहण किया जाता है। भगवान सूर्य के साथ भगवान विष्णु की पूजा भी विशेष फलदायी होता है।
30 दिसंबर गणेश चतुर्थी
4 जनवरी रूक्मणी अष्टमी
7 जनवरी सफला एकादशी
8 जनवरी स्वरूप द्वाद्वशी
9 जनवरी प्रदोष व्रत
11 जनवरी पौष अमावस्या
15 जनवरी मकर संक्रांति
17 जनवरी उभय सप्तमी
21 जनवरी पुत्रदा एकादशी व्रत
23 जनवरी प्रदोष व्रत
25 जनवरी पौष पूर्णिमा
29 जनवरी माघ सकट चौथ