पितृ पक्ष 2019 : सबसे पहले इनका श्राद्ध कर्म करने से पित्रों की अतृप्त आत्माओं की मिल जाती है मुक्ति
ॐ गणपतये नमः॥ ॐ गणेश्वराय नमः॥
ॐ गणक्रीडाय नमः॥ ॐ गजाननाय नमः॥
ॐ गणनाथाय नमः॥ ॐ गणाधिपाय नमः॥
ॐ वक्रतुण्डाय नमः॥ ॐ एकदंष्ट्राय नमः॥
ॐ गजवक्त्राय नमः॥ ॐ मदोदराय नमः॥
ॐ लम्बोदराय नमः॥ ॐ धूम्रवर्णाय नमः॥
ॐ विघ्ननायकाय नमः॥ ॐ विकटाय नमः।।
ॐ सुमुखाय नमः॥ ॐ दुर्मुखाय नमः॥
ॐ विघ्नराजाय नमः॥ ॐ मेघनादाय नमः॥
ॐ भीमाय नमः॥ ॐ बुद्धाय नमः॥
अपने दिवंगत पितरों की याद में पितृ पक्ष में जरूर लगावें ये पौधे
ॐ प्रमोदाय नमः॥ ॐ आनन्दाय नमः॥
ॐ सुरानन्दाय नमः॥ ॐ मदोत्कटाय नमः॥
ॐ हेरम्बाय नमः॥ ॐ शम्बराय नमः॥
ॐ शम्भवे नमः॥ ॐ लम्बकर्णाय नमः॥
ॐ महाबलाय नमः॥ ॐ नन्दनाय नमः॥
ॐ अलम्पटाय नमः ॥ ॐ भीमाय नमः॥
ॐ गणञ्जयाय नमः॥ ॐ विनायकाय नमः॥
ॐविरूपाक्षाय नमः॥ ॐ धीराय नमः॥ ॐ शूराय नमः॥
ॐ वरप्रदाय नमः॥ ॐ महागणपतये नमः॥
ॐ बुद्धिप्रियायनमः॥ ॐ क्षिप्रप्रसादनाय नमः॥
गणेश विसर्जन : 12 सितंबर गुरुवार को इस विधि-विधान से करें भगवान श्री गणेश जी का विसर्जन
ॐ रुद्रप्रियाय नमः॥ ॐ गणाध्यक्षाय नमः॥
ॐ अघनाशनायनमः॥ ॐ कुमारगुरवे नमः॥
ॐ ईशानपुत्राय नमः॥ ॐमूषकवाहनाय नः॥
ॐ सिद्धिप्रदाय नमः॥ ॐ सिद्धिपतयेनमः॥
ॐ सिद्ध्यै नमः॥ ॐ सिद्धिविनायकाय नमः॥
ॐ विघ्नाय नमः॥ ॐ तुङ्गभुजाय नमः॥
ॐ सिंहवाहनायनमः॥ ॐ मोहिनीप्रियाय नमः॥
ॐ कटिंकटाय नमः॥ ॐराजपुत्राय नमः॥
ॐ शकलाय नमः॥ ॐ सम्मिताय नमः॥
ॐ अमिताय नमः॥ ॐ कूश्माण्डगणसम्भूताय नमः॥
ॐ दुर्जयाय नमः॥ ॐ धूर्जयाय नमः॥
ॐ अजयाय नमः॥ ॐ भूपतये नमः॥
ॐ भुवनेशाय नमः॥ ॐ भूतानां पतये नमः॥
ॐ अव्ययाय नमः॥ ॐ विश्वकर्त्रे नमः॥
ॐ विश्वमुखाय नमः॥ ॐ विश्वरूपाय नमः॥
ॐ निधये नमः॥ ॐ घृणये नमः॥
ॐ कवये नमः॥ ॐ कवीनामृषभाय नमः ॥
ॐ ब्रह्मण्याय नमः॥ ॐ ब्रह्मणस्पतये नमः॥
ॐ ज्येष्ठराजाय नमः॥ ॐ निधिपतये नमः॥
ॐ निधिप्रियपतिप्रियाय नमः॥ ॐ हिरण्मयपुरान्तस्थायनमः॥
ॐ कराहतिध्वस्तसिन्धुसलिलाय नमः॥
ॐ सूर्यमण्डलमध्यगाय नमः॥ ॐ उमापुत्राय नमः॥
ॐ पूषदन्तभृतेनमः॥ ॐ उमाङ्गकेळिकुतुकिने नमः॥
ॐ मुक्तिदाय नमः॥ ॐ कुलपालकाय नमः॥
ॐ किरीटिने नमः॥ ॐ कुण्डलिने नमः॥
ॐ हारिणे नमः॥ ॐ वनमालिने नमः॥
ॐ मनोमयाय नमः॥ ॐ वैमुख्यहतदृश्यश्रियै नमः॥
ॐ पादाहत्याजितक्षितयेनमः॥ ॐ खड्गधराय नमः॥
ॐ सद्योजाताय नमः॥ ॐ स्वर्णभुजाय नमः॥
अगर आप पितृ पक्ष में श्राद्ध करने वाले हैं तो, इन 10 बातों का पालन करना नहीं भूले, नहीं तो..
ॐ मेखलिन नमः॥ ॐ दुर्निमित्तहृते नमः॥
ॐ दुस्स्वप्नहृते नमः॥ ॐ प्रहसनाय नमः॥
ॐ गुणिनेनमः॥ ॐ नादप्रतिष्ठिताय नमः॥
ॐ सुरूपाय नमः ॥ ॐसर्वनेत्राधिवासाय नमः॥
ॐ वीरासनाश्रयाय नमः॥ ॐपीताम्बराय नमः॥
ॐ खण्डेन्दुकृतशेखराय नमः॥ ॐ चित्राङ्कश्यामदशनायनमः।।
ॐ चतुर्भुजाय नमः॥ ॐ फालचन्द्राय नमः॥
ॐ योगाधिपाय नमः॥ ॐ तारकस्थाय नमः॥
ॐ गजकर्णकाय नमः॥ ॐ पुरुषाय नमः॥
ॐ गणाधिराजाय नमः॥ ॐ विजयस्थिराय नमः॥
ॐ गणपतये नमः॥ ॐ ध्वजिने नमः॥
ॐ देवदेवाय नमः॥ ॐ स्मरप्राणदीपकाय नमः॥
ॐ वायुकीलकायनमः॥ ॐ विपश्चिद्वरदाय नमः॥ ॐनादभिन्नवलाहकाय नमः॥ ॐ नादाय नमः॥ ॐ वराहवदनाय नमः॥ ॐ मृत्युञ्जयाय नमः॥ ॐ व्याघ्राजिनाम्बराय नमः॥ ॐ इच्छाशक्तिधराय नमः॥ ॐ दैत्यविमर्दनाय नमः॥ ॐ देवत्रात्रे नमः॥ॐ शिवाशोकहारिणे नमः॥ ॐगौरीसुखावहाय नमः॥
ॐ उमाङ्गमलजाय नमः॥ ॐ गौरीतेजोभुवे नमः॥
ॐ स्वर्धुनीभवाय नमः॥ ॐ यज्ञकायाय नमः॥
ॐ महानादाय नमः॥ ॐ गिरिवर्ष्मणे नमः॥
ॐ शुभाननाय नमः॥ ॐ सर्वात्मने नमः॥
ॐ सर्वदेवात्मने नमः॥ ॐ ब्रह्ममूर्ध्ने नमः॥
ॐ ककुप्छ्रुतये नमः॥ ॐ ब्रह्माण्डकुम्भाय नमः॥
ॐ चिद्व्योमफालाय नमः॥ ॐ सत्यशिरोरुहाय नमः॥
ॐ जगज्जन्मलयोन्मेषनिमेषाय नमः॥
ॐ अग्न्यर्कसोमदृशेनमः॥ ॐ गिरीन्द्रैकरदाय नमः॥
ॐ धर्माय नमः॥ ॐ धर्मिष्ठाय नमः॥
ॐ सामबृंहिताय नमः॥ ॐग्रहर्क्षदशनाय नमः॥
ॐ वाणीजिह्वाय नमः॥ ॐवासवनासिकाय नमः॥
ॐ कुलाचलांसाय नमः॥ ॐ सोमार्कघण्टाय नमः॥
ॐ रुद्रशिरोधराय नमः॥ ॐ नदीनदभुजाय नमः॥
ॐ सर्पाङ्गुळिकाय नमः॥ ॐ तारकानखाय नमः॥
ॐ भ्रूमध्यसंस्थतकराय नमः॥ ॐ ब्रह्मविद्यामदोत्कटाय नमः॥
ॐ श्रीहृदयाय नमः॥ ॐ मेरुपृष्ठाय नमः ॥ ॐअर्णवोदराय नमः॥
ॐ कुक्षिस्थयक्षगन्धर्वरक्षःकिन्नरमानुषाय नमः।। ॐ व्योमनाभाय नमः॥
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