एक सप्ताह में तीन घटनाएं, दो की मौत फतेहपुर में पहले खागा में पिता ने अपनी 13 वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। उससे ठीक तीन दिन पहले कल्यानपुर क्षेत्र में एक मासूम छह साल की बच्ची को 60 साल के बुजुर्ग ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाकर उसकी हत्या कर दी थी। ये घटनाएं अभी लोगों के जहन से उतरी भी नहीं थीं कि फिर सात साल के बच्चे के साथ अविवाहित व्यक्ति ने दरिंदगी कर उसे मौत के घाट उतार दिया। लगातार तीन घटनाओं के अंजाम से कानून व्यवस्था पर प्रश्न खड़े हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन आरोपियों के लिए कड़ा रुख नहीं अपना रही है।
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आईआईटी कानपुर ने तैयार की ‘गौरैया’, दुश्मनों की सीमाओं पर घुस कर करेगी जासूसी ऐसी स्थितियों पर क्या कहते मनोरोग विशेषज्ञ फतेहपुर के मनोरोग विशेषज्ञ डा. ललित प्रताप सिंह ने दुष्कर्म की लगातार हो रही घटनाओं पर कहा कि यह सिर्फ मानसिक विकृति को शांत करने का तरीका है। आदमी सही-गलत में अंतर भूल जाता है। जब उसकी जरूरत की पूर्ति नहीं होती तो वह किसी को भी माध्यम बना लेता है। आजकल जिस तरह से सबकुछ खुले तौर पर दिख रहा है तो व्यक्ति की जिज्ञासा और ज्यादा बढ़ती जा रही है। हालांकि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के बाद आरोपी को पछतावा भी होता है। शांति मन और ध्यान लगाने की आवश्यकता है।