23 जून को हुई थी सुनवाई
बता दें कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के विरूद्ध अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस याचिका पर 23 जून को कोर्ट में सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने केंद्र और सीबीएसई से इस पर जवाब मांगा था। केंद्र और सीबीएसई बोर्ड का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से और समय की मांग की, जिसके बाद कोर्ट ने 25 जून तक सुनवाई टाल दी गई।
टल सकते हैं सीबीएसई बोर्ड के एग्जाम?
बता दें कि सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच होने जा रही है। लेकिन, कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण तमाम छात्रों और अभिभावकों ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से परीक्षाओं को स्थगित या रद्द करने की मांग की है। वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं को टाल भी सकता है। संभावना है कि बोर्ड या तो परीक्षाओं को स्थगित कर सकता है या फिर इंटर्नल मार्क्स के आधार रिजल्ट जारी कर सकता है।
सीबीएसई 10वीं के एग्जाम हो सकते हैं रद्द
सीबीएसई बोर्ड के करीबी सूत्रों ने कहा है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के छात्रों के लिए 10वीं के बची हुई परीक्षा रद्द होने की संभावना है। इस मामले में, छात्रों को सीधे इंटर्नल मार्क्स के आधार पर या प्री-बोर्ड परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जा सकता है। वहीं, सूत्रों के अनुसार CBSE बोर्ड कक्षा 12 परीक्षाओं को स्थगित किया जा सकता है।