इन सबके बावजूद डा.रामशंकर कठेरिया की मुखालफात से जुड़े हुए सवालों से उनकी पत्नी मृदुला बचती हुई नजर आईं। पति के खिलाफ पत्नी के चुनाव लड़ने की घोषणा से कार्यकर्ताओं के बीच अजीबो गरीब स्थिति रहने की संभावनाएं हैं।
5 अप्रैल को इटावा ससंदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डा.रामशंकर कठेरिया ने अपना नामांकन दाखिल किया था। उस वक्त उनकी पत्नी मृदुला कठेरिया उनके साथ नहीं आई थी। मंगलवार को जब इस संबध में मृदुला से पत्रकारों ने वार्ता की तो उन्होंने इस बाबत अपनी नाराजगी भी जताई, लेकिन अपने पति की जीत की कामना करने से वह नहीं चूकी।