ऐसे में भाजपा, सपा रालोद गठबंधन, कांग्रेस और बसपा किसी भी कीमत पर पहला चरण का मतदान अपने पक्ष में करने के लिए रात दिन एक किए हुए हैं। भाजपा के चुनावी कौशल में माहिर रणनीतिकार गृहमंत्री अमित शाह पूरे पश्चिम को अच्छी तरह से मथ चुके हैं। एक तरफ जहां भाजपा इस चुनाव को ध्रुवीकरण मोड पर ले जाने के प्रयास में हैं। वहीं दूसरी ओर सपा रालोद गठबंधन भाजपा के इस प्रयास को असफल करने की कोशिश में हैं। कुल मिलाकर पहले चरण का संग्राम इस समय भाजपा और गठबंधन के बीच ही दिखाई दे रहा है। आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा भी इसी पश्चिमी उप्र में मतदाताओं की नब्ज टटोलेंगे।
यह भी पढ़े : UP Assembly Elections 2022 : भाजपा प्रत्याशी ने मांगी वोट तो लगे मुर्दाबाद के नारे, उल्टे पांव समर्थकों संग लगाई दौड़ कोरोना संक्रमण के चलते निर्वाचन आयोग ने चुनावी रैलियों पर रोक लगाई तो नेताओं ने जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। यहीं कारण है कि जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के नेता मतदाताओं के घर की घंटी बजाकर हाथ जोड़ वोट मांगते दिखाई दे रहे हैं। 2017 की तरह ही 2022 में 300 सीटों को जीतने का सपना देख रही भाजपा पूरी ताकत के साथ मैदान में हैं। बता दे कि भाजपा को पश्चिमी उप्र में सपा—रालोद गठबंधन कड़ी चुनौती दे रहा है। पश्चिमी उप्र की कई सीटों पर जाट मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में है। ऐसे में भाजपा जाट मतदाताओं को किसी भी कीमत पर अपने पक्ष में करने के लिए पूरा जोर लगा रही है। वहीं कृषि कानून वापसी के विरोध के एक साल तक चले आंदोलन की याद दिलाकर सपा रालोद किसानों और जाटों के जख्मों को कुरेद रही है।