वहीं, दूसरी तरफ राजनीतिक हिंसा की घटनाएं भी लागातार सामने आ रही हैं। पहले तीन चरणों के मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा की घटनाएं घटी, लेकिन चौथे चरण में हिंसा की व्यापक घटना देखने को मिली। कूचबिहार के शीतलकूची विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 126 में हुई हिंसा में 4 लोगों की जान चली गई। इसके बाद से सियासी सरगर्मी और भी बढ़ गई है। ऐसे में बाकी के बचे चार चरणों के मतदान में स्थिति गंभीर होने की संभावना है।
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इन सबके बीच राजनीतिक हिंसा की घटनाओं से परे चौथे चरण में कुछ सुखद अनुभव देने वाली घटनाएं भी घटी है, जिसका गवाह सिर्फ बंगाल या भारत नहीं बल्कि 90 देशों के लोग बने। दरअसल, 90 देशों के लोगों ने चौथे चरण के मतदान का लाइव प्रसारण देखा। जिन देशों में लाइव प्रसारण देखा गया उनें अरब, अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के नागरिक शामिल हैं।
मतदान का लाइव टेलीकास्ट करने के लिए इंटरनेशनल इलेक्शन विजिटर्स प्रोग्राम के तहत व्यवस्था की गई थी और 90 देशों के चुनाव नियामकों को मतदान प्रक्रिया के लाइव फीड का लिंक भेजा गया था।
महिलाओं द्वारा संचालित बूथ में मतदान का किया गया लाइव प्रसारण
आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग ने 90 देशों को मतदान की प्रक्रिया दिखाने के लिए यह व्यवस्था की थी। चुनाव आयोग ने मतदान प्रक्रिया दिखाने के लिए दक्षिण 24 परगना जिले के सतगछिया विधानसभा केंद्र के विद्यानगर गर्ल्स हाई स्कूल के बूथ नंबर 102 का चयन किया था।
सबसे खास बात कि चौथे चरण में छह अप्रैल को सतगछिया सीट पर हुए मतदान हुआ था, जिसे महिलाओं द्वारा संचालित किया गया था। जब दिनभर का मतदान होने के बाद शाम के वक्त इस बूथ पर मतदान का दबाव कम हुआ तो मतदान प्रक्रिया के 30 मिनट के लाइव फीड का 90 देशों में प्रसारण किया गया।
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लाइव प्रसारण से पहले इस बूथ को ग्रामीण बांग्ला की तर्ज पर सजाया गया था। हालांकि, प्रसारण के दौरान बूथ के अंदर का वीडियो फुटेज नहीं दिखाया गया। लाइव प्रसारण के संबंध में कुछ जानकारों का कहना है कि विभिन्न देशों के चुनाव नियामक एक-दूसरे के यहां की चुनावी प्रक्रिया के बारे में जानना चाहते हैं इसलिए इस तरह की व्यवस्था की गई। बता दें कि बंगाल में पहली बार इस तरह की व्यवस्था की गई थी।